ARISE Womens Savings Account : महिलाओं को भविष्य में पैसे की तंगी ना हो इसीलिए एक्सिस बैंक ने महिलाओं के लिए एक स्कीम लॉन्च किए हैं। बता दें कि एक्सिस बैंक का यह स्कीम महिलाओं की बैंकिंग जरूरत को ही नहीं बल्कि उनके स्वास्थ्य और वित्तीय सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखते हैं। बता दे कि इस नई पहल के जरिए महिलाओं को कई विशेष सुविधा और लाभ दिया जा रहा है ऐसे में लिए जानते हैं। अकाउंट की खासियत और यह महिलाओं के लिए कैसे उपयोगी हो सकते हैं।
ARISE Womens Savings Account : जानिए विशेष बैंकिंग सुविधा के बारे में
आप सभी को बता दें कि एराईज महिला सेविंग्स अकाउंट खोलने पर महिलाओं को डेडीकेटेड वूमन फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स का सहयोग प्राप्त होगा। वही जो उनके निवेश और बैंकिंग से जुड़े जरूर में मार्गदर्शन करेगा। बता दें कि इसके साथ फैमिली बैंकिंग प्रोग्राम का फायदा भी प्राप्त होगा। जिसमें परिवार के तीन सदस्य एक ही अकाउंट से जुड़े सुविधाओं का इस्तेमाल कर सकेंगे। वहीं बच्चों के अकाउंट को भी बिना किसी शुरुआत फंडिंग के लिंक किया जा सकते हैं।
ARISE Womens Savings Account : जानिए लॉकर और डेबिट कार्ड की विशेषताएं
आप लोगों को बता दें कि महिलाओं को लाकर और सेवाओं पर पहले वर्ष कोई भी शुल्क नहीं देना पड़ेगा और दूसरे वर्ष 50% तक की छूट दिया जाएगा। ऐसे में एराईज डेबिट कार्ड के जरिए एटीएम और POS पर उच्च ट्रांजैक्शन लिमिटेड उपलब्ध रहेंगे। साथ ही इस कार्ड के जरिए हर तिमाही एयरपोर्ट लॉउन्ज एक्सेस और EDGE Reward प्वाइंट्स जैसे सुविधा भी दिए जाएंगे।
स्वास्थ्य और निवेश पर फोकस कैसे करें
बता दें कि यह अकाउंट न केवल वित्तीय बल्कि स्वास्थ्य से जुड़े पदों पर भी ध्यान देते है। ऐसे में महिलाओं को डायग्नोस्टिक टेस्ट्स पर 70% तक की छूट और दवाइयां पर 10% तक का डिस्काउंट दिया जाता है। वही डीमैट अकाउंट पर पहले वर्ष एनुअल मेंटेनेंस चार्ज भी माफ होंगे। साथ ही महिलाओं के लिए तैयार किया गया विशेष स्टॉक्स के बास्केट में निवेश का विकल्प उपलब्ध रहेंगे।
NEO क्रेडिट कार्ड की पेशकश
एईराज वूमेन सेविंग अकाउंट्स के साथ एक कंप्लीमेंटरी NEO क्रेडिट कार्ड भी दिए जाएंगे। जिसमें Zomata और Book MY Show जैसे प्लेटफॉर्मर्स पर आकर्षक छूट और हर ₹200 खर्च पर 1 EDGE Reward पॉइंट कमाने का सुनहरा अवसर प्राप्त होगा।
वित्तीय समावेशन की ओर बढ़ते कदम
एक्सपर्ट्स की अगर हम माने तो इस तरह की स्कीमों से महिलाओं की बैंकिंग में भागीदारी बढ़ेगा। बता दें कि फिलहाल भारत में कुल बैंक डिपॉजिट में महिलाओं की हिस्सेदारी केवल 20 पॉइंट 8% है और कल अकाउंट्स होल्डर यह 36.4% तक सीमित हैं।