UP News: पिछड़े वर्ग से आने वाले गरीब लोग जो आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण अपनी बेटी की शादी नहीं कर पाते हैं, उनके लिए भी योगी सरकार अगले वित्तीय वर्ष में विशेष व्यवस्था करेगी।सरकार ने पिछड़े वर्ग की गरीब लड़कियों की शादी के लिए शादी अनुदान योजना में 200 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।इसके साथ ही सरकार ने पिछड़ा वर्ग कल्याण की छात्रवृत्ति समेत कई योजनाओं के बजट में कोई कटौती नहीं की है।
दिव्यांगजनों के कल्याण के लिए भी सरकार ने बजट में व्यवस्था की है। वर्ष 2025-26 के बजट में पिछड़ा वर्ग कल्याण और दिव्यांगजन सशक्तीकरण के लिए कुल 5104. 59 करोड़ रुपये दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री खुद कर रहे हैं योजना की निगरानी
पिछड़े वर्ग के गरीब बच्चों को पढ़ाई के लिए छात्रवृत्ति देकर सहायता देने की योजना की निगरानी मुख्यमंत्री खुद कर रहे हैं। इसी वजह से मार्च में मिलने वाली पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की पूर्वदशम और दशमोत्तर छात्रवृत्ति दिसंबर में ही दी जाने लगी है।
इस वित्तीय वर्ष में अब तक करीब 13 लाख छात्र-छात्राओं को यह छात्रवृत्ति मिल चुकी है। अब सरकार ने अगले वित्तीय वर्ष के लिए भी बजट की व्यवस्था कर दी है। इससे दिसंबर में ही पिछड़े वर्ग के छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति दे दी जाएगी।
ऐसे होगा पिछड़े वर्ग व दिव्यांगों का कल्याण पिछड़े वर्ग पूर्वदशम व दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजना के लिए 2825 करोड़ रुपये प्रस्तावित पिछड़े वर्ग के गरीब लोगों की बेटियों की शादी के लिए अनुदान योजना के लिए 200 करोड़ रुपये की व्यवस्था पिछड़े वर्ग के बेरोजगार युवक-युवतियों को कंप्यूटर प्रशिक्षण देने पर 35 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
दिव्यांग भरण-पोषण अनुदान योजना पर 1424 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे शारीरिक रूप से अक्षम लोगों को कृत्रिम श्रवण यंत्र आदि खरीदने के लिए 35 करोड़ रुपये दिए जाएंगे।
असहाय दिव्यांग लोगों की बीमारी के इलाज के लिए अनुदान योजना पर 10 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे 3 से 7 वर्ष तक के श्रवण बाधित, मानसिक रूप से मंदित व दृष्टि बाधित दिव्यांग बच्चों को निशुल्क स्कूल तैयारी के लिए 18 संभागीय जिलों में बचपन डे केयर सेंटर का संचालन