Up news: उत्तर प्रदेश के किसान अपने खेतों में सिंचाई के लिए सब्सिडी पर सोलर पंप लगवा सकते हैं। इसी क्रम में यूपी सरकार पीएम किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान के तहत पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर 54 हजार सोलर पंप देगी। इस योजना के तहत केंद्र और राज्य सरकार मिलकर पात्र किसानों को सब्सिडी देगी। आप 27 मार्च 2025 से आवेदन कर सकते हैं।
यूपी कृषि विभाग के अपर निदेशक प्रसार एवं नोडल अधिकारी आरके सिंह ने बताया कि इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को उत्तर प्रदेश कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन के दौरान किसानों को 5 हजार रुपये की टोकन राशि जमा करनी होगी। उन्होंने बताया कि सोलर पंप पर सब्सिडी के लिए किसान कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट (www.agriculture.up.gov.in) पर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
जानिए सोलर पंप आवेदन की शर्तें
सिंह ने बताया कि टोकन कन्फर्म होने के 14 दिन के अंदर किसानों को बची हुई किसान अंश राशि का ऑनलाइन टोकन जनरेट कर इंडियन बैंक की शाखा में चालान के माध्यम से या ऑनलाइन जमा करना होगा। ऐसा न करने पर किसानों का चयन निरस्त कर दिया जाएगा। साथ ही टोकन मनी भी जब्त कर ली जाएगी।
उन्होंने बताया कि प्रत्येक जिले के लिए वितरण हेतु निश्चित संख्या में सोलर पंप आवंटित किए गए हैं। बुकिंग के दौरान भी पहले आओ, पहले पाओ का नियम लागू रहेगा। 5,000 रुपए टोकन मनी जमा करानी होगी वहीं, 2 एचपी पंप के लिए 4 इंच, 3 व 5 एचपी सोलर पंप के लिए 6 इंच तथा 7.5 एचपी व 10 एचपी के लिए 8 इंच बोरिंग जरूरी है। इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को स्वयं बोरिंग करानी होगी।
सत्यापन चरण के दौरान बोरिंग न करने पर 5,000 रुपए टोकन मनी जब्त कर आवेदन निरस्त कर दिया जाएगा। सब्सिडी के बाद सोलर पंप की शेष राशि जमा करने के लिए किसान यदि ऋण लेते हैं तो उन्हें कृषि अवसंरचना निधि (एआईएफ) के अंतर्गत ब्याज में छूट मिलेगी।
सोलर पंप लगाने के बाद भूमि में परिवर्तन की अनुमति नहीं होगी। अगर सोलर पंप का स्थान बदला जाता है तो पूरी सब्सिडी राशि किसान से वसूली जाएगी।
नोडल अधिकारी आरके सिंह का कहना है कि प्रदेश में सिंचाई के लिए इस्तेमाल किए जा रहे डीजल पंप और अन्य सिंचाई साधनों को सोलर पंप में बदला जा सकता है। सोलर पंप नलकूपों पर लगाए जाएंगे और लाभार्थियों के नलकूपों पर पहले से लगे बिजली कनेक्शन काट दिए जाएंगे। अगर किसानों को नलकूप पर सोलर पंप की सुविधा मिल जाती है तो भविष्य में उन्हें बोरिंग पर बिजली कनेक्शन नहीं दिया जाएगा।