UP News: उत्तर प्रदेश के हर जिले में 150 की क्षमता वाले वृद्धाश्रम संचालित किए जा रहे हैं, जहां बुजुर्गों को आवास, भरण-पोषण और देखभाल जैसी सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं।
जिला स्तर पर गठित समितियां कर रही हैं प्रबंधन
योगी सरकार ने वृद्धाश्रमों के बेहतर प्रबंधन के लिए जिला स्तर पर विशेष क्रियान्वयन समितियों का गठन किया है। भरण-पोषण अधिकारी नियुक्त कर बुजुर्गों की समस्याओं के समाधान का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही समाधान अधिकारी पैनल भी बनाए गए हैं, जो बुजुर्गों की सुरक्षा और देखभाल को प्रभावी और पारदर्शी बना रहे हैं।
ठंड से बचाने के लिए विशेष इंतजाम
वृद्धाश्रमों में ठंड से बचाने के लिए कंबल, हीटर और गर्म पेयजल जैसी सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं। बुजुर्गों को किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
वित्तीय सहायता में बढ़ोतरी
योगी सरकार ने वृद्धाश्रमों की देखभाल पर वित्तीय आवंटन बढ़ा दिया है। वर्ष 2023-24 में 6,864 बुजुर्गों ने इन सेवाओं का लाभ उठाया, जिस पर 61.94 करोड़ रुपये खर्च किए गए। चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 में लगभग 7,000 बुजुर्गों की सेवा के लिए 40.02 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए जा रहे हैं।
70 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों को पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मुहैया कराने के लिए यह योजना शुरू की गई है। योजना के तहत किसी भी आय वर्ग के बुजुर्गों का आयुष्मान वय वंदन कार्ड बनवाया जा सकता है। स्वास्थ्य विभाग ने इस कार्यक्रम की तैयारियां पूरी कर ली हैं।
सीडीओ और सीएमओ की टीम ने लाभार्थी बुजुर्गों का चयन कर लिया है। जिले में आठ हजार से अधिक लाभार्थियों का यह कार्ड बन चुका है। एप और साइट से बनेगा बुजुर्गों का वय वंदन आयुष्मान कार्ड: लाभार्थी स्वयं या उसके परिवार के सदस्य आयुष्मान एप और आयुष्मान भारत योजना की वेबसाइट पर जाकर वय वंदन आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं।
सीएमओ डॉ. आशुतोष कुमार दुबे ने बताया कि कार्ड बनवाने के लिए बुजुर्गों को किसी दफ्तर में भटकने की जरूरत नहीं है। साइट या एप पर जाकर लाभार्थी के मोबाइल से लिंक आधार कार्ड का नंबर दर्ज करना होगा। इसके बाद मोबाइल पर प्राप्त ओटीपी फीड होगा और फिर मांगी गई डिटेल भरकर कार्ड बनवाया जा सकेगा।
आयुष्मान भारत योजना से संबद्ध अस्पतालों में आरोग्य मित्र से भी कार्ड बनवाने की सुविधा है। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत कवर न होने वाले परिवारों के सत्तर वर्ष से अधिक आयु के सभी बुजुर्ग सदस्यों को इस योजना के तहत पांच लाख तक के इलाज की सुविधा मिलेगी। लाभार्थी को वय वंदन आयुष्मान कार्ड के लाभार्थियों का नाम जोड़ने की भी सुविधा है।