UP News: उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने गुरुवार को राज्य विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 8,08,736 करोड़ रुपये का बजट पेश किया, जिसमें अनुसंधान एवं विकास तथा सूचना प्रौद्योगिकी पर ध्यान केंद्रित किया गया है। वित्त मंत्री खन्ना ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट में विकास कार्यों के लिए 22 प्रतिशत, शिक्षा के लिए 13 प्रतिशत, कृषि एवं संबद्ध सेवाओं के लिए 11 प्रतिशत, जबकि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र के लिए छह प्रतिशत धनराशि आवंटित की गई है। आपको बता दें कि इस बजट में एक्सप्रेस-वे के लिए चार बड़ी घोषणाएं की गई हैं।
1. आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से फर्रुखाबाद होते हुए गंगा एक्सप्रेस-वे कौसिया, जिला हरदोई तक प्रवेश नियंत्रित ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-ले के निर्माण के लिए 900 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित है।
2. प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी, चंदौली होते हुए सोनभद्र तक गंगा एक्सप्रेस-वे को जोड़ने के लिए विंध्य एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए 50 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित है।
मेरठ को हरिद्वार से जोड़ने के लिए गंगा एक्सप्रेस-वे एक्सटेंशन एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए 50 करोड़ रुपये की व्यवस्था की जा रही है।
4. बुंदेलखंड-रीवा एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए 50 करोड़ रुपये की व्यवस्था की जा रही है।
और क्या-क्या घोषणाएं की गईं
वित्त मंत्री खन्ना ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए कुल बजट परिव्यय वित्तीय वर्ष 2025 के बजट परिव्यय से 9.8 प्रतिशत अधिक है। वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए राज्य बजट का आकार 7,36,437 करोड़ रुपये था, जिसमें 24,863.57 करोड़ रुपये की नई योजनाएं शामिल हैं। वित्त मंत्री ने ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिटी’ के निर्माण और ‘टेक्नोलॉजी रिसर्च ट्रांसलेशन पार्क’ की स्थापना के लिए नई योजनाओं की भी घोषणा की।
साथ ही, राज्य बजट में विधानसभा के आधुनिकीकरण के साथ-साथ स्कूलों और ‘पॉलीटेक्निक’ में स्मार्ट कक्षाओं और प्रयोगशालाओं के विकास का भी प्रावधान है। जबकि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र के लिए छह प्रतिशत धनराशि आवंटित की गई है। आपको बता दें कि इस बजट में एक्सप्रेस-वे के लिए चार बड़ी घोषणाएं की गई हैं।