Haryana News: के प्रकोप के बीच स्कूलों को लेकर यह निर्णय काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि छात्रों की सेहत और उनकी पढ़ाई, दोनों को ध्यान में रखना आवश्यक है। जहां पहले सर्दियों में लंबे अवकाश का प्रावधान होता था, वहीं अब 31 दिसंबर तक स्कूल चालू रखने का आदेश शिक्षा विभाग द्वारा दिया गया है।
यह बदलाव छात्रों की पढ़ाई को प्राथमिकता देने की दिशा में उठाया गया कदम हो सकता है, लेकिन इसके साथ ही ठंड के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए स्कूल प्रशासन पर जिम्मेदारी बढ़ जाती है।
संभावित उपाय:
1. सुबह की प्रार्थना सभा या अन्य बाहरी गतिविधियों को सीमित करना।
2. स्कूल का समय बदलकर थोड़ी देर से शुरू करना।
3. बच्चों के लिए गर्म कपड़े और स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ाना।
यह निर्णय कुछ अभिभावकों के लिए चिंता का विषय बन सकता है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां ठंड का प्रकोप ज्यादा है। सरकार को इस दिशा में बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए ठोस कदम उठाने की जरूरत है।
शिक्षा विभाग ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए सर्दियों की छुट्टियों को रद्द कर दिया है। इस नई व्यवस्था के तहत, गैर-वार्षिक बोर्ड कक्षाओं की परीक्षाएं 23 दिसंबर तक संपन्न होंगी, लेकिन इसके बाद भी स्कूल बंद नहीं किए जाएंगे। यह कदम संभवतः शैक्षणिक सत्र को नियमित बनाए रखने और छात्रों के पाठ्यक्रम को पूरा करने के उद्देश्य से लिया गया है।
इस फैसले के पीछे मुख्य कारण परीक्षा कार्यक्रम और छात्रों के शैक्षणिक विकास को प्राथमिकता देना हो सकता है। हालांकि, यह फैसला स्कूल प्रशासन, शिक्षकों और छात्रों के लिए एक चुनौतीपूर्ण हो सकता है, खासकर ठंड के मौसम में।
शिक्षा विभाग ने कहा है कि 23 दिसंबर तक स्कूलों में परीक्षा समाप्त हो जाएगी और उसके बाद 31 दिसंबर तक स्कूल रेगुलर चलती रहेगी इसके साथ ही स्कूलों में बच्चों को मंडे मिल भी 31 दिसंबर तक दिया जाएगा l