Haryana News:हरियाणा में मौसम लगातार बदलाव के दौर से गुजर रहा है। हाल ही में मौसम विभाग ने राज्य के पांच जिलों—हिसार, फतेहाबाद, जींद, कैथल और कुरुक्षेत्र—में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में आज बारिश होने की संभावना जताई गई है, खासकर पंजाब से सटे क्षेत्रों में। इसके अलावा, हरियाणा के दक्षिणी और पूर्वी हिस्सों में भी हल्की से मध्यम बारिश होने के संकेत मिले हैं। आज सुबह नारनौल, सोनीपत, झज्जर, पानीपत, रोहतक, समालखा और पलवल में बारिश दर्ज की गई, जबकि चरखी दादरी और फरीदाबाद में बादल छाए हुए हैं, जिससे जल्द बारिश होने की संभावना बनी हुई है।
दो पश्चिमी विक्षोभ
प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से दो पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय थे, लेकिन इसके बावजूद अब तक कोई प्रभावी बारिश नहीं हुई थी। जनवरी के अंत से ही मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा था, लेकिन नमी की पर्याप्त मात्रा न होने के कारण वर्षा नहीं हो सकी। फरवरी के पहले सप्ताह में होने वाली बारिश को रबी की फसलों के लिए फायदेमंद माना जाता है, खासकर गेहूं, सरसों और चने जैसी फसलों के लिए। लगातार बारिश न होने से किसान चिंतित थे, लेकिन आज कुछ जिलों में बारिश होने से उन्हें राहत मिल सकती है। यह नमी मिट्टी के लिए लाभदायक होगी और फसल उत्पादन में सुधार ला सकती है।
हल्की बारिश
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि आज राज्य के कुछ इलाकों में बिखरी हुई हल्की बारिश देखने को मिल सकती है, हालांकि व्यापक स्तर पर वर्षा की संभावना फिलहाल कम है। इसके अलावा, 5 फरवरी के बाद एक बार फिर पूरे हरियाणा में तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। ठंडी हवाओं के प्रभाव से न्यूनतम तापमान में कमी आएगी, जिससे सुबह और रात के समय ठंड बढ़ सकती है। इसके साथ ही, कोहरे की स्थिति भी फिर से सक्रिय हो सकती है, जिससे दृश्यता प्रभावित होने की संभावना है।
मौसम परिवर्तन
इस मौसम परिवर्तन का प्रभाव आम जनजीवन पर भी देखने को मिलेगा। ठंड बढ़ने से सुबह और रात के समय सड़कों पर धुंध छा सकती है, जिससे यातायात प्रभावित हो सकता है। वहीं, किसानों को सलाह दी गई है कि वे फसलों की देखभाल में सतर्कता बरतें और मौसम के अनुसार आवश्यक कृषि उपाय अपनाएं। आगामी दिनों में भी मौसम विभाग के अपडेट पर नजर बनाए रखना जरूरी होगा, ताकि बदलते मौसम के अनुसार आवश्यक तैयारियां की जा सकें।