देश में बनने जा रहा है पहला ऑटोमेटिव मानव रहित टोल प्लाजा

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Haryana News: हरियाणा और आसपास के क्षेत्रों के लिए यह एक अच्छा कदम है, जो यात्रा को तेज़, सुविधाजनक और सुगम बनाएगा। स्वचालित टोल कलेक्शन प्रणाली और नई सड़क परियोजनाओं से यात्रा का अनुभव पूरी तरह बदल जाएगा।

हरियाणा के लोगों के लिए यह सच में बड़ी खुशखबरी है। देश का पहला बिना बूथ वाला टोल प्लाजा झिंझौली में तैयार किया गया है। यह तकनीक फास्टैग आधारित है, जहां वाहन चालकों को रुकने या गाड़ी धीमी करने की जरूरत नहीं होगी। टोल प्लाजा पर गाड़ियों की संख्या और ट्रैफिक को सुचारू रूप से नियंत्रित करने के लिए यह प्रणाली बहुत उपयोगी साबित होगी।

टोल प्रक्रिया और सुविधाएं:

1. स्वचालित टोल प्रक्रिया:

  • सेंसर आधारित प्रणाली से फास्टैग के माध्यम से टोल शुल्क स्वतः कट जाएगा।
  • बिना रुके और गाड़ी धीमी किए, टोल कलेक्शन संभव होगा।

2. अस्थाई कैश लेन:

  • जागरूकता अभियान और फास्टैग की शत-प्रतिशत उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कैश लेन की सुविधा दी गई है।
  • यह शुरुआत में ट्रांजिशन पीरियड के लिए होगा।

सफर में भी सुधार होगा

1. सोनीपत से बवाना:

  • यात्रा समय: 1 घंटे से घटकर केवल 20 मिनट।
  • इससे दैनिक यात्रियों और व्यापारियों को बड़ी राहत मिलेगी।

2. IGI एयरपोर्ट:

  • 70 किमी का सफर अब 1 घंटे से भी कम समय में।
  • एयरपोर्ट पहुंचने में आसानी और समय की बचत होगी।

3. दिल्ली-अमृतसर एनएच 44 पर दबाव कम:

  • ट्रैफिक डायवर्जन से यह नेशनल हाईवे भी सुगम होगा।
  • पंजाब, हरियाणा और बाहरी दिल्ली के बीच बेहतर कनेक्टिविटी होगी।

इससे होने वाले लाभ

इस टोल प्लाजा के बन जाने से यात्रियों के समय और ईंधन दोनों की बचत होगी। जैसे अभी के टोल प्लाजा पर लंबे-लंबे गाड़ियों की लाइन लग जाती है लेकिन इस मानव में टोल प्लाजा पर ट्रैफिक की कोई समस्या नहीं होगी और यहां घंटो समय खराब नहीं करना पड़ेगा। दिल्ली-एनसीआर और आसपास के राज्यों में आवागमन में सुधार।

यह परियोजना न केवल हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाएगी, बल्कि यात्रा को अधिक सुविधाजनक और आधुनिक बनाएगी।

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