Rajasthan News: कोटा में बनी देश की सबसे खास सुरंग, जिसमें वन्यजीवों को ऊपर टाइगर रिजर्व में घूमने का मौका मिलेगा; 60 मीटर नीचे 8 लेन की सुरंग में वाहन फर्राटा भरेंगे। कोटा में मुकुंदरा टाइगर रिजर्व की पहाड़ी के नीचे बन रही सुरंग का निर्माण कार्य पूरा होने से कोटा जिला दिल्ली-मुंबई से सीधा जुड़ जाएगा। सुरंग का काम वर्ष 2025 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है।
पीएम मोदी के सपनों में से एक देश की सबसे विचित्र सुरंग का निर्माण कार्य दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर कोटा के मुकुंदरा टाइगर रिजर्व में चल रहा है। 8 लेन की सुरंग की खुदाई का काम शुक्रवार को समाप्त हो गया। सुरंग की खुदाई पूरी होने पर कार्मिकों और इंजीनियरों ने खुशी मनाई। यह सुरंग दिल्ली-मुंबई के बीच 1350 किलोमीटर की दूरी पर महत्वपूर्ण साबित होगी और एनएच 52 पर लगने वाले जाम को हमेशा के लिए खत्म कर देगी। मुकुंदरा टाइगर रिजर्व के नीचे स्थित आठ लेन की सुरंग, जो 4.9 किलोमीटर की दूरी पर है, अपने आप में देश की सबसे अलग सुरंग है।
टाइगर रेंज से 60 मीटर नीचे बनी सुरंग
इस सुरंग की सबसे बड़ी बात यह है कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का ट्रैफिक सुरंग के ऊपर मुकुंदरा टाइगर रिजर्व क्षेत्र से होकर गुजरेगा। इस सुरंग के निर्माण में पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है और न ही वनस्पति को कोई नुकसान पहुंचा है।
यह चैनल टाइगर रिजर्व से करीब 60 मीटर नीचे बनाया गया है और निर्माण के दौरान दोनों छोर मिलते ही जश्न मनाया गया। 1200 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना के पूरा होने से एनएच 52 पर दरा के पास 10 किलोमीटर के क्षेत्र में सालों से जाम की समस्या खत्म हो जाएगी।
इस सुरंग से समय की बचत होगी
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर सुरंग से यातायात शुरू होने से एनएच 52 का ट्रैफिक करीब आधा रह जाएगा। साथ ही समय की भी बचत होगी। सुरंग के निर्माण से लेकर इसके संचालन में इस्तेमाल होने वाली सामग्री तक में दुनिया की नवीनतम तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का निर्माण पूरा होने पर 1350 किलोमीटर की दूरी 12 घंटे में तय की जा सकेगी। सुरंग का काम 2025 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है।
यह एक्सप्रेसवे अभी कोटा के गोपालपुरा माता मंदिर से दिल्ली की ओर जाता है और कोटा जिले के चेचट से मुंबई की ओर वाहन चलते हैं। कोटा में मुकुंदरा टाइगर रिजर्व की पहाड़ी के नीचे सुरंग का निर्माण पूरा होने से कोटा जिला दिल्ली-मुंबई से सीधा जुड़ जाएगा। सुरंग का काम 2025 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है।