Mustard Oil Price : सरसों के तेल के रेट में आई भारी गिरावट! यहां देखें आज के ताजा रेट

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Mustard Oil Price : हाल ही में देश के प्रमुख बाजारों में मूंगफली तेल, तिलहन और आयातित सोयाबीन और बिनौला तेल के दाम में नरमी आई है। मूंगफली तेल-तिलहन के दाम पिछले सात-आठ साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए हैं।

विशेषज्ञों का कहना है कि कपास की फसल के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से कम पर बिनौला बिकने से बाजार धारणा पर नकारात्मक असर पड़ा है। वहीं, सरसों तेल-तिलहन के दाम में मामूली सुधार हुआ है।

मूंगफली तेल और तिलहन के दाम में गिरावट

मूंगफली तेल के दाम अब पाम और पामोलीन जैसे अन्य खाद्य तेलों से भी नीचे आ गए हैं। मूंगफली तेल-तिलहन में गिरावट की मुख्य वजह बिनौला तेल का कम दाम है। इससे किसान और व्यापारी दोनों ही चिंतित हैं। मूंगफली तेल जो पहले आयातित और घरेलू खाद्य तेलों में सबसे महंगा था, अब सबसे किफायती विकल्पों में से एक बन गया है। मूंगफली तिलहन के भाव इस समय 5,800-6,000 रुपये प्रति क्विंटल के आसपास चल रहे हैं, जो पिछले कई सालों का सबसे निचला स्तर है।

Mustard Oil Price : सरसों और सोयाबीन तेल में सुधार

सरसों तेल की कीमतों में मामूली तेजी देखने को मिली है। सर्दी के मौसम में सरसों तेल की मांग बढ़ने से इसकी कीमतों में सुधार आया है। सरसों तिलहन का भाव 6,475-6,525 रुपये प्रति क्विंटल है, जबकि सरसों तेल दादरी 13,500 रुपये प्रति क्विंटल पर उपलब्ध है।

सोयाबीन तेल के मामले में स्थिति थोड़ी स्थिर है। दिल्ली और इंदौर में सोयाबीन तेल की मांग कमजोर रही, जबकि सोयाबीन डीगम तेल की कीमतों में गिरावट आई। हालांकि, सरकारी खरीद का इंतजार कर रहे किसानों ने अपनी फसल को बाजार में लाने में देरी की, जिससे सोयाबीन तिलहन की कीमतों में सुधार हुआ है।

आयातित तेलों पर असर

सीपीओ और पामोलीन तेल की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं। दिल्ली में पामोलीन आरबीडी (रिफाइंड ब्लीच्ड डियोडोराइज्ड) का भाव 14,300 रुपये प्रति क्विंटल है, जबकि कांडला में यह 13,250 रुपये प्रति क्विंटल (बिना जीएसटी) पर है। मलेशिया एक्सचेंज में मामूली गिरावट और शिकागो एक्सचेंज में सुधार के बीच भारत में आयातित तेलों पर मिलाजुला असर देखने को मिला है।

मूंगफली किसान मुश्किल में

मूंगफली तेल में गिरावट का सीधा असर किसानों पर पड़ा है। बिनौला खल की मांग में कमी के कारण मूंगफली खल के खरीदार भी लगभग गायब हो गए हैं। इसके कारण किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है। कपास की आवक 65 लाख गांठ तक पहुंच गई है, लेकिन सरकार ने सिर्फ 25 लाख गांठ ही खरीदी है। हाजिर बाजार में कपास का भाव एमएसपी से 6-8 फीसदी कम है, जिसके कारण किसान कमजोर भाव पर बेचने को मजबूर हैं।

तेल-तिलहन बाजार के ताजा भाव

सरसों तिलहन: 6,475-6,525 रुपये प्रति क्विंटल

मूंगफली: 5,975-6,300 रुपये प्रति क्विंटल

मूंगफली तेल मिल डिलीवरी (गुजरात): 14,450 रुपये प्रति क्विंटल

मूंगफली रिफाइंड तेल: 2,190-2,490 रुपये प्रति टिन

सरसों तेल दादरी: 13,500 रुपये प्रति क्विंटल

सरसों पक्की घानी: 2,255-2,355 रुपये प्रति टिन

सरसों कच्ची घानी: 2,255-2,380 रुपये प्रति टिन

तिल तेल मिल डिलीवरी: 18,900-21,000 रुपये प्रति क्विंटल

सोयाबीन तेल मिल डिलीवरी दिल्ली: 13,350 रुपये प्रति क्विंटल

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Leave a Comment