MP News: इंदौर में भले ही अच्छा इलाज उपलब्ध हो, लेकिन आज भी यहां एक बड़े और आधुनिक अस्पताल की कमी महसूस की जाती है। आज भी लोगों को अच्छे इलाज के लिए भटकना पड़ता है। अच्छे इलाज के अभाव में गरीब वर्ग के लोग अक्सर गंभीर बीमारियों का शिकार हो जाते हैं और कई स्थितियों में उनकी मौत हो जाती है।
हमारे देश में आज के समय में मध्यम वर्ग के लिए एम्स एक अच्छा अस्पताल है, क्योंकि यहां चिकित्सा शिक्षा, शोध और उच्च स्तरीय इलाज होता है। यहां सस्ती दरों पर दवाइयां उपलब्ध कराई जाती हैं जो लाखों लोगों के लिए वरदान साबित होती हैं।
इंदौर के लिए एम्स जरूरी
इंदौर के नजदीक पीथमपुर समिति के कई इलाकों में फार्मा इंडस्ट्री प्रवेश कर रही है और इंदौर देश का प्रमुख फार्मा हब बन रहा है जहां 150 से ज्यादा फार्मा कंपनियां काम कर रही हैं। ऐसे में एम्स बनने से इंदौर में चिकित्सा शोध, फार्मा इंडस्ट्री और शिक्षा का स्तर बढ़ेगा और यहां की स्थानीय बीमारियों पर अध्ययन होगा। साथ ही मेडिकल क्षेत्र के छात्रों को भी काफी सुविधाएं मिलेंगी।
इन बीमारियों पर होगा शोध
मालवा क्षेत्र में पोषण संबंधी एनीमिया और किडनी रोग माताओं के लिए बड़ी समस्या बन गए हैं। एम्स में इन सभी बीमारियों पर शोध किया जाता है और उसके बाद उपचार किया जाता है। एम्स की स्थापना के बाद इन सभी रोगियों के लिए विशेष प्रकार का शोध किया जाएगा और उसके बाद उनका उपचार किया जाएगा। इंदौर में एम्स की स्थापना से मध्यम वर्ग के लोगों को बहुत लाभ होने वाला है, साथ ही मध्यम वर्ग के लोगों को भी अच्छा उपचार मिल सकेगा।
एम्स की स्थापना के बाद मरीजों को ये सुविधाएं मिलेंगी
● सस्ती और उन्नत चिकित्सा सुविधाएं
● मात्र 10 से 100 रुपए में ओपीडी परामर्श और सस्ती सर्जरी।
● निःशुल्क या सस्ती दवाइयां – सरकार द्वारा अधिकांश जीवन रक्षक दवाएं निःशुल्क दी जाती हैं।
● सुपर स्पेशियलिटी सुविधाएं
● कैंसर, न्यूरो, कार्डियक, ऑर्थोपेडिक जैसी बीमारियों का अत्याधुनिक उपचार।
● चिकित्सा अनुसंधान एवं शिक्षा को बढ़ावा
● एम्स की स्थापना से इंदौर में चिकित्सा अनुसंधान एवं चिकित्सा शिक्षा का स्तर भी ऊंचा होगा।
इन विभागों में अनुसंधान एवं आधुनिक तकनीक के माध्यम से उपचार उपलब्ध कराया जाएगा
-जनरल मेडिसिन
-कार्डियोलोजी
-ऑर्थोपेडिक्स
-न्यूरोलॉजी
-पीडियाट्रिक्स
-गायनेकोलॉजी
-सर्जरी
-ऑन्कोलॉजी
-नेफ्रोलॉजी
-हेमेटोलॉजी
-पल्मोनोलॉजी
-पीडियाट्रिक सर्जरी
-इमरजेंसी मेडिसिन
-डेंटिस्ट्री
-डायग्नोस्टिक पैथोलॉजी स्ट्रोक सेंटर