MP News: मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र को जोड़ने वाली प्रमुख रेल लाइन इंदौर-मनमाड़ परियोजना पर तेजी से काम चल रहा है। इंदौर जिले में परियोजना के तहत बनने वाली लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण की अधिसूचना जारी कर दी गई है। मंजूरी मिलने के बाद काम शुरू हो सकता है। पीएमपी की निगरानी से काम तेजी से चलेगा। इस परियोजना से न सिर्फ क्षेत्रीय कनेक्टिविटी बेहतर होगी, बल्कि 5 घंटे में मुंबई पहुंचने का सपना भी साकार होगा।
सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि दोनों राज्यों के 13 जिलों की जमीन दी जाएगी। जमीन अधिग्रहण के लिए अधिकारी की नियुक्ति की अधिसूचना जारी कर दी गई है। अब काम तेजी से होगा। सितंबर में इंदौर से मनमाड़ तक 18036 करोड़ रुपए की 309 किमी नई रेल लाइन को मंजूरी मिली थी। इस योजना की सीधे पीएमओ निगरानी करेगा। यह लाइन इंदौर को मुंबई-दक्षिण से जोड़ेगी और औद्योगिक कनेक्टिविटी भी देगी।
मप्र को होगा फायदा
रेलवे से सबसे ज्यादा फायदा महाराष्ट्र को होगा। 309 किमी में से 170.56 किमी मप्र में है। यह प्रदेश की 905 हेक्टेयर जमीन पर है। प्रदेश में बनने वाले 18 स्टेशनों में महू, कैलोद, कामदपुर, झड़ी बड़ौदा, सराय तालाब, नीमगढ़, चिक्तियाबाद, ग्यासपुरखेड़ी, कोठड़ा, जरवाह, अजंडी, बघारी, कुसमारी, जुलवानिया, साली कलां, वनिहार, बावड़ और मालवा स्टेशन शामिल हैं।
बजट में मिली राशि से ज्यादा मिलेगी
इंदौर-मनमाड़ रेलवे प्रोजेक्ट पर लंबे समय से काम चल रहा है। 2022 में इसे मंजूरी नहीं मिली। 2023 में टोकन वैल्यू 2 करोड़ रुपए थी। मप्र में डीपीआर-सर्वे हुआ। 2024 के बजट में काम जारी रखने के लिए एक हजार रुपए की टोकन राशि दी गई। अभी 18 हजार 36 करोड़ रुपए मंजूर हुए हैं। यह राशि आने वाले बजट में मिलेगी।
सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि दोनों राज्यों के 13 जिलों की जमीन अधिग्रहित की जानी है। महू के गांवों की जमीन अधिग्रहण के लिए अधिकारी की नियुक्ति की अधिसूचना जारी कर दी गई है। अब प्रक्रिया जल्द पूरी हो जाएगी। इंदौर से मुंबई तक 309 किलोमीटर की इंदौर-मनमाड़ नई रेलवे लाइन को सितंबर में 18036 करोड़ रुपए की मंजूरी दी गई थी। इस योजना की सीधे पीएमओ से निगरानी होगी। यह लाइन न सिर्फ इंदौर को मुंबई-साउथ से जोड़ेगी, बल्कि यात्री के साथ-साथ औद्योगिक कनेक्टिविटी भी देगी।