MP News: मध्य प्रदेश के युवाओं के लिए बड़ी खुशखबरी ! मोहन सरकार ने शुरू की की ये गजब योजना

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MP News: मध्य प्रदेश सरकार ने युवाओं के लिए बड़ी योजना की घोषणा कर दी है। इस योजना के अंदर युवाओं को पहले काम सिखाया जाएगा फिर उनका काम दिया जाएगा यह योजना मध्य प्रदेश के उन्हें बेरोजगार युवाओं के लिए बनाई हुई है।जिनको रोजगार नहीं मिला है या फिर अभी भी बेरोजगार है उन युवाओं के लिए यह अच्छी खबर है। और यह योजना उनके लिए चलाई गई है इस योजना के बारे में हमने पूरी जानकारी नीचे बता दी है।

अगर आप इस योजना से जुड़ी पूरी जानकारी लेना चाहते हैं। तो आप हमारी इस पोस्ट को पूरा पड़े तभी आपको इस योजना के बारे में पूरा पता लग पाएगा अन्यथा नहीं, इसलिए हम आपसे अनुरोध करते हैं कि आप इस पोस्ट को पूरा पड़े तभी आपको इस योजना के बारे में अच्छे से पता लग पाएगा।

मध्य प्रदेश सिखो-कमाओ योजना (MP Sikho Kamao Yojana) मध्य प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसका उद्देश्य राज्य के युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए उन्हें ट्रेनिंग (प्रशिक्षण) के साथ स्टाइपेंड (भत्ता) भी देना है।

योजना की मुख्य बातें:

1. उद्देश्य: युवाओं को इंडस्ट्री की जरूरतों के अनुसार ट्रेनिंग देकर रोजगार के योग्य बनाना।

2. स्टाइपेंड: ट्रेनिंग के दौरान 8,000 से 10,000 रुपये तक का मासिक भत्ता दिया जाता है।

3. अवधि: 6 महीने से 1 साल तक का ट्रेनिंग कार्यक्रम।

4. ट्रेनिंग क्षेत्र: विभिन्न इंडस्ट्रीज जैसे मैन्युफैक्चरिंग, सर्विस, IT, मैनेजमेंट आदि।

5. पात्रता:

मध्य प्रदेश का निवासी हो।

12वीं पास, ITI, डिप्लोमा या ग्रेजुएट युवा आवेदन कर सकते हैं।

आयु सीमा: 18 से 29 वर्ष।

6. लाभ:

ट्रेनिंग के बाद प्रमाण पत्र (Certificate) मिलेगा।

रोजगार पाने के मौके बढ़ेंगे।

सीधे इंडस्ट्री से जुड़ने का अवसर।

7. आवेदन प्रक्रिया:

ऑनलाइन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना होगा।

https://yuvaportal.mp.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।

दस्तावेज़:

आधार कार्ड

शैक्षणिक प्रमाण पत्र

निवास प्रमाण पत्र

बैंक खाता विवरण

पासपोर्ट साइज फोटो

मोबाइल नंबरबिलकुल! मध्य प्रदेश सिखो कमाओ योजना को लेकर कुछ और खास बातें जानिए:

योजना का फोकस

ये सिर्फ फ्री ट्रेनिंग स्कीम नहीं है, बल्कि युवाओं को रोजगार-उन्मुख स्किल्स सिखाने पर जोर है।

कंपनियों और उद्योगों के साथ सीधा टाई-अप किया गया है, ताकि ट्रेनिंग पूरी होते ही युवाओं को जॉब ऑफर मिल सके।

सरकारी और प्राइवेट दोनों सेक्टर के लिए स्किल डेवलपमेंट पर फोकस किया गया है।

स्टाइपेंड का ब्रेकअप (योग्यता के हिसाब से)

सेक्टर्स जहां ट्रेनिंग मिलेगी

मैन्युफैक्चरिंग (फैक्ट्री वर्क)

आईटी और सॉफ्टवेयर

बैंकिंग और फाइनेंस

हॉस्पिटैलिटी और टूरिज्म

हेल्थकेयर

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