Ladali Behana Yojana: मध्य प्रदेश में महिलाओं को कई महत्वाकांक्षी योजनाओं का लाभ मिल रहा है। साथ ही, लाखों महिलाएं एमएसएमई के तहत आत्मनिर्भर बन रही हैं। राज्यसभा में पेश एक रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2021 से 2024 तक मध्य प्रदेश में उद्यम पंजीकरण पोर्टल पर पंजीकृत महिलाओं की भागीदारी 1,62,314 थी।
ये लाडली बहनें छोटे-छोटे उद्योग लगाकर मोटा मुनाफा कमा रही हैं। अब प्रदेश की लाखों महिलाओं के लिए बड़ी खुशखबरी है। लोकसभा में पेश किए गए केंद्रीय बजट 2025 में एमएसएमई महिला उद्यमियों के लिए विशेष लोन की बात की गई है। साथ ही, पहली बार उद्यमी बनने वाली महिला को 2 करोड़ रुपये का टर्म लोन मिलेगा
इन महिलाओं को मिलेगा लाभ
शनिवार 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में केंद्रीय बजट 2025 पेश किया। पेश किए गए बजट में महिलाओं के लिए दो बड़ी घोषणाएं की गई हैं। सरकार ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की एमएसएमई महिला उद्यमियों के लिए विशेष ऋण योजना (New Scheme for ST SC women) की घोषणा की है। इसके अलावा पहली बार उद्यमी बनने वाली महिलाओं को 2 करोड़ रुपये का टर्म लोन देने की भी घोषणा की गई है। इस घोषणा से प्रदेश की लाखों महिला उद्यमियों को लाभ मिलेगा।
मध्य प्रदेश में एमएसएमई में पंजीकृत महिलाएं
वर्ष 2021-22 में 30,240
वर्ष 2022-23 में 53,002
वर्ष 2023-24 में 79,072
कुल पंजीकृत महिलाएं- 1,62,314
मध्य प्रदेश को आदिवासी राज्य के रूप में देशभर में पहचान मिली है। देश में सबसे ज्यादा आदिवासी आबादी इस राज्य में है। 2011 की जनगणना के अनुसार मध्य प्रदेश में इनकी आबादी का प्रतिशत 21.1% है। जनजातियों और उपजातियों को मिलाकर इनकी कुल संख्या 90 है। ये जनजातियाँ मध्य प्रदेश के लगभग सभी जिलों में निवास करती हैं। इनमें लाखों महिलाएं शामिल हैं (एसटी एससी महिलाओं के लिए नई योजना)।
आंकड़े देखें
15316784 – कुल आदिवासी
7719404 – पुरुष
7597380 – महिला
21.09 – राज्य की जनसंख्या में प्रतिशत
साथ ही, लाखों महिलाएं एमएसएमई के तहत आत्मनिर्भर बन रही हैं। राज्यसभा में पेश एक रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2021 से 2024 तक मध्य प्रदेश में उद्यम पंजीकरण पोर्टल पर पंजीकृत महिलाओं की भागीदारी 1,62,314 थी।