Haryana wather update: बारिश और बूंदाबांदी के बाद हरियाणा में ठंड का असर और बढ़ गया है। तापमान में गिरावट के कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही है। कई लोग घरों में ही रहना बेहतर समझ रहे हैं, जबकि सड़कों पर अलाव जलाकर खुद को गर्म रखने की कोशिश कर रहे हैं। इस तरह की ठंड के मौसम में गर्म कपड़े पहनने और गर्म पेय पदार्थों का सेवन करना बेहतर रहता है।
बारिश का असर देखने को मिला
हरियाणा में हुई बारिश ने अलग-अलग जिलों में विविध असर दिखाया। अंबाला में सबसे ज्यादा 20.5 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो इस क्षेत्र में ठंड और नमी में इजाफा कर रही है। महेंद्रगढ़ (14 मिमी) और हिसार (13 मिमी) में भी अच्छी बारिश दर्ज की गई, जबकि भिवानी (6 मिमी) और सोनीपत (5 मिमी) में हल्की बारिश देखने को मिली।
इस बारिश से जहां ठंड बढ़ी है, वहीं किसानों को फसलों के लिए कुछ राहत मिल सकती है। हालांकि, इस तरह की ठंड में सावधानी बरतना आवश्यक है, खासकर कमजोर और बुजुर्ग लोगों के लिए।
हरियाणा के विभिन्न शहरों का तापमान
हरियाणा के विभिन्न शहरों में बारिश के बाद न्यूनतम तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। कुछ प्रमुख शहरों में न्यूनतम तापमान इस प्रकार रहा
- अंबाला: 11°C
- करनाल: 11.4°C
- हिसार: 9.5°C
- रोहतक: 8.8°C
- गुरुग्राम: 7.9°C
बारिश के बाद बड़ी ठंड
बारिश के बाद नमी और ठंड के बढ़ने से लोगों को सुबह और रात के समय अधिक ठंड का सामना करना पड़ रहा है। गुरुग्राम और रोहतक जैसे इलाकों में तापमान अन्य शहरों के मुकाबले कम रहा, जिससे इन क्षेत्रों में ठंड का प्रभाव ज्यादा महसूस किया है।
डॉ. रतन तिवारी का सुझाव
भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान (IIWBR) के निदेशक डॉ. रतन तिवारी के अनुसार, हाल ही में हुई बारिश गेहूं की फसल के लिए बेहद लाभदायक साबित हुई है। उन्होंने बताया कि यह बारिश मिट्टी में नमी बनाए रखने में सहायक होगी, जो गेहूं की स्वस्थ वृद्धि और विकास के लिए अनुकूल परिस्थितियां प्रदान करती है।
इसके अलावा, मौसम की वर्तमान स्थिति सिंचाई की आवश्यकता को भी कम कर सकती है, जिससे किसानों को जल बचत का लाभ मिलेगा। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अधिक बारिश या ओलावृष्टि से फसल को नुकसान हो सकता है, इसलिए किसानों को सतर्क रहना चाहिए।