Haryana News:हरियाणा में बोर्ड परीक्षाओं के दौरान नकल के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, जिससे राज्य सरकार की शिक्षा प्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। हाल ही में सरकार ने इस मुद्दे पर सख्त कार्रवाई करते हुए 25 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था। इसके बाद जिलावार प्रशासन ने भी नकल रोकने के लिए सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए।
सचिव को किया बर्खास्त
लेकिन अब हरियाणा सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के सचिव अजय चोपड़ा को उनके पद से हटा दिया है। उनकी जगह अब HCS अधिकारी डॉ. मुनीष नागपाल को बोर्ड का नया सचिव नियुक्त किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरकार के आदेश के बाद अजय चोपड़ा को तुरंत प्रभाव से रिलीव कर दिया गया।
नकल मामलों में बढ़ोतरी
यह निर्णय तब लिया गया जब राज्य में नकल के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी देखी जा रही थी। सोमवार को हुई 10वीं कक्षा की इंग्लिश परीक्षा में पूरे राज्य में 79 नकल के मामले पकड़े गए। परीक्षा ड्यूटी में लापरवाही बरतने के कारण पुन्हाना के पिनगवां में तैनात पर्यवेक्षक नावेद, फिरोजपुर झिरका के पर्यवेक्षक शाहिद हुसैन और चरखी दादरी के सारंगपुर में तैनात पर्यवेक्षक राजबीर सिंह को तुरंत ड्यूटी से हटा दिया गया।
नूह जिले में ज्यादा नकलची
राज्य में सबसे ज्यादा नकल के मामले नूंह जिले में सामने आए। वहां के माउंट अरावली पब्लिक स्कूल में 34 फर्जी छात्र पकड़े गए, जो दूसरों के स्थान पर परीक्षा देने आए थे। इसके अलावा, सोनीपत के बरोदा में राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल के बाहर नकल की पर्चियां बनाते हुए एक वीडियो सामने आया, जिसके बाद पुलिस ने 7 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
सरकार का सख्त रवैया
लगातार सामने आ रहे नकल के मामलों को देखते हुए सरकार अब सख्त रुख अपना रही है। परीक्षाओं की निगरानी बढ़ाने, दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई करने और तकनीकी उपायों के जरिए नकल रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस तरह की सख्ती से उम्मीद है कि भविष्य में हरियाणा में शिक्षा व्यवस्था अधिक पारदर्शी और निष्पक्ष होगी।