Haryana News:हरियाणा सरकार द्वारा बेटियों के सशक्तिकरण और आर्थिक सुरक्षा के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। इनमें से एक महत्वपूर्ण योजना लाडली पेंशन योजना है, जो विशेष रूप से बेटियों के कल्याण के लिए बनाई गई है। इस योजना के तहत पात्र लाभार्थियों को हर महीने ₹1800 की आर्थिक सहायता दी जाती है। यह योजना 2016 में शुरू की गई थी और इसे बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने और लिंग अनुपात में सुधार लाने के उद्देश्य से लागू किया गया है।
योजना की विशेषताएँ
1. आर्थिक सहायता: हर महीने लाभार्थी परिवार को ₹1800 की पेंशन दी जाती है।
2. शिक्षा को बढ़ावा: इस योजना का उद्देश्य लड़कियों की शिक्षा को प्रोत्साहित करना और माता-पिता को उनकी पढ़ाई जारी रखने के लिए प्रेरित करना है।
3. लिंग अनुपात में सुधार: हरियाणा में लिंग अनुपात की समस्या को देखते हुए, इस योजना से महिला भ्रूण हत्या को रोकने में मदद मिलेगी।
पात्रता मानदंड
1. बेटी का जन्म: इस योजना का लाभ केवल उन्हीं परिवारों को मिलेगा जिनकी 1 जनवरी, 2006 के बाद बेटी का जन्म हुआ है।
2. केवल बेटियां: परिवार में केवल बेटियां ही होनी चाहिए, अर्थात परिवार में कोई बेटा नहीं होना चाहिए।
3. आय सीमा: इस योजना का लाभ उन्हीं परिवारों को मिलेगा जिनकी वार्षिक पारिवारिक आय ₹2,00,000 से कम है।
4. आयु सीमा: आवेदन करने वाले माता-पिता में से कम से कम एक की उम्र 45 वर्ष होनी चाहिए।
5. टीकाकरण: लड़की का हरियाणा सरकार में पंजीकरण होना अनिवार्य है और उसका सभी आवश्यक टीकाकरण पूरा होना चाहिए।
आवेदन प्रक्रिया
लाडली पेंशन योजना के लिए आवेदन करने के लिए, आवेदक को सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। वहां से आवेदन पत्र डाउनलोड करके उसे ध्यानपूर्वक भरना होगा। सभी आवश्यक दस्तावेजों की स्कैन कॉपी अपलोड करनी होगी और फिर सबमिट बटन पर क्लिक करना होगा। आवेदन स्वीकृत होने के बाद लाभार्थी को हर महीने ₹1800 की पेंशन मिलना शुरू हो जाएगी।
यह योजना बेटियों के भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए एक बड़ा कदम है और महिलाओं के प्रति समाज की सोच में सकारात्मक बदलाव लाने में मदद कर रही है।