Haryana News:हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने किसानों के हित में बड़ा फैसला लेते हुए सरसों की सरकारी खरीद 28 मार्च की बजाय 15 मार्च से शुरू करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने यह निर्देश रबी विपणन मौसम 2025-26 के दौरान सरसों की खरीद को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक में दिए।
किसानों के लिए राहतभरी खबर
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार हमेशा किसानों के हितों को सर्वोपरि रखती है और उनकी भलाई के लिए कार्य करती है। हरियाणा देश का पहला राज्य है जहां सभी फसलों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदा जाता है। किसानों को फसल बेचने में किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए 108 मंडियों को सरसों खरीद के लिए चिन्हित किया गया है।
सरसों उत्पादन और खरीद की तैयारी
अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को जानकारी दी कि हरियाणा में आमतौर पर 17 से 20 लाख एकड़ में सरसों उगाई जाती है, लेकिन इस बार 2024-25 रबी सीजन में 21.08 लाख एकड़ में सरसों की खेती हुई है। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि 15.59 लाख मीट्रिक टन सरसों का उत्पादन होगा। इस साल भारत सरकार ने सरसों का MSP ₹5950 प्रति क्विंटल निर्धारित किया है, जिससे किसानों को अच्छी कीमत मिलने की उम्मीद है।
खरीद प्रक्रिया और आवश्यक पंजीकरण
सरकार ने स्पष्ट किया कि सरसों की खरीद हैफेड (HAFED) और हरियाणा राज्य भण्डारण निगम के माध्यम से की जाएगी। किसानों को इस योजना का लाभ उठाने के लिए “मेरी फसल मेरा ब्यौरा” पोर्टल पर पंजीकरण और सत्यापन करवाना अनिवार्य होगा।
बैठक में मौजूद विभागीय अधिकारी
इस समीक्षा बैठक में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, हैफेड, हरियाणा राज्य विपणन बोर्ड, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग और हरियाणा राज्य भण्डारण निगम के अधिकारी शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने सभी संबंधित एजेंसियों को सरसों की खरीद को सुचारू रूप से संचालित करने के निर्देश दिए, ताकि किसानों को किसी प्रकार की परेशानी न हो।
सरकार के इस फैसले से हरियाणा के किसानों को बड़ा फायदा मिलेगा और उन्हें अपनी फसल जल्दी बेचने का मौका मिलेगा, जिससे वे अगली फसल की तैयारी समय पर कर सकेंगे।