MP news: ग्रेटर भोपाल के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। भोपाल से जुड़े विदिशा, सीहोर, रायसेन, नर्मदापुरम और राजगढ़ की बेहतर कनेक्टिविटी के लिए पीडब्ल्यूडी ने शानदार प्लान बनाया है।
अगले महीने भोपाल से जुड़े पांच जिलों के रोड नेटवर्क को लेकर सर्वे का काम पूरा हो जाएगा और पीडब्ल्यूडी इसके लिए कंसल्टेंट तय कर रहा है। टीएंडसीपी की ओर से पीडी से जानकारी मांगी गई है और हाल ही में अंबेडकर ब्रिज उद्घाटन कार्यक्रम में काम मोहन यादव ने ग्रेटर राजधानी की बात कही थी।
अब राजधानी की सूरत बदलने का काम जल्द शुरू होगा। ग्रेटर भोपाल की योजना के लिए भोपाल के मास्टर प्लान को बीच में ही रोक दिया जाएगा और इसके लिए टीएसपी के अवसरों की जानकारी सरकार की ओर से दी गई है।
अब भोपाल के पांचों जिलों के पूर्ण कलेक्टर बनकर विकास की योजना तय की जाएगी। जानिए क्या है तैयारी (एमपी न्यूज) भोपाल और सीहोर अलग-अलग प्लान बनाते हैं बड़ा तालाब और उसका कैचमेंट एरिया सीहोर और भोपाल में स्थित है और अलग-अलग होने की वजह से कंजर्वेशन का काम अधूरा है जिसे अब पूरा किया जाएगा।
मंडीदीप औद्योगिक क्षेत्र भोपाल के नजदीक है, लेकिन रायसेन जिले में होने के कारण भोपाल से इसके लिए कोई योजना नहीं बन पा रही है। वैश्विक मानचित्र में इसे भोपाल के साथ नहीं देखा जाता।
इसे भोपाल में ही नियोजित कर विकसित किया जा सकता है। इस योजना से 80 लाख से अधिक लोगों को लाभ मिलेगा और भोपाल से जुड़े पांच जिलों का नक्शा पूरी तरह बदल जाएगा। इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं और जल्द ही काम भी शुरू हो जाएगा।
टीएंडसीपी की ओर से पीडी से जानकारी मांगी गई है और हाल ही में अंबेडकर ब्रिज उद्घाटन कार्यक्रम में काम मोहन यादव ने ग्रेटर राजधानी की बात कही थी। जानिए क्या है तैयारी (एमपी न्यूज) भोपाल और सीहोर अलग-अलग प्लान बनाते हैं बड़ा तालाब और उसका कैचमेंट एरिया सीहोर और भोपाल में स्थित है और अलग-अलग होने की वजह से कंजर्वेशन का काम अधूरा है जिसे अब पूरा किया जाएगा