Haryana: गुरुग्राम में नई औद्योगिक मॉडल टाउनशिप (आईएमटी) की स्थापना हरियाणा के औद्योगिक और आर्थिक विकास में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी। हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं प्रदेश बुनियादी ढांचा विकास निगम (HSIIDC) द्वारा पचगांव चौक के पास 3000 एकड़ में बनने वाली यह टाउनशिप राज्य के औद्योगिक बुनियादी ढांचे को और मजबूत करेगी।
यह परियोजना गुरुग्राम जिले की चौथी औद्योगिक टाउनशिप होगी। इससे पहले, उद्योग विहार, आईएमटी मानेसर, और सोहना में औद्योगिक टाउनशिप स्थापित की जा चुकी हैं, जिन्होंने क्षेत्र में औद्योगिक और व्यापारिक गतिविधियों को नई ऊंचाई पर पहुंचाया है।
नई आईएमटी की प्रमुख विशेषताएं
1. भौगोलिक स्थिति: पचगांव चौक, जो दिल्ली-एनसीआर और अन्य प्रमुख क्षेत्रों से बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करता है।
2. औद्योगिक विकास का केंद्र: नई इकाइयों की स्थापना के लिए उपयुक्त स्थान, जिससे क्षेत्र में रोजगार और निवेश बढ़ेगा।
3. आधुनिक सुविधाएं: अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे, लॉजिस्टिक्स, और हरित तकनीकों को ध्यान में रखते हुए इसे डिजाइन किया जाएगा।
यह टाउनशिप न केवल गुरुग्राम बल्कि पूरे हरियाणा के औद्योगिक विकास को गति देगी और निवेशकों को आकर्षित करने का माध्यम बनेगी।
नई औद्योगिक मॉडल टाउनशिप (आईएमटी) केवल औद्योगिक विकास तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि यह दिल्ली और गुरुग्राम के बीच बढ़ती शहरी और औद्योगिक जरूरतों को भी संतुलित करेगी। 3000 एकड़ में फैली इस टाउनशिप का उद्देश्य न केवल औद्योगिक इकाइयों को स्थान प्रदान करना है, बल्कि इसे एक विकसित वाणिज्यिक केंद्र के रूप में भी उभारना है।
परियोजना की प्रमुख विशेषताएं
1. बुनियादी सुविधाएं:
आधुनिक रोड कनेक्टिविटी, निर्बाध बिजली आपूर्ति, और पर्याप्त जल संसाधन। लॉजिस्टिक्स और परिवहन की उत्कृष्ट व्यवस्था, जिससे उद्योगों को संचालन में आसानी होगी।
2. शहरी आवश्यकताओं की पूर्ति नई औद्योगिक इकाइयों के माध्यम से रोजगार के अवसरों में वृद्धि। गुरुग्राम और दिल्ली के बीच यातायात और व्यापारिक गतिविधियों को संतुलित करना।
3. वाणिज्यिक और औद्योगिक केंद्र व्यवसायों के लिए एक उच्च तकनीकी और हरित पर्यावरण में काम करने का मौका। आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर और सेवाओं के साथ टाउनशिप को एक आकर्षक निवेश गंतव्य बनाया जाएगा।
आर्थिक और सामाजिक प्रभाव
राज्य की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा: नए उद्योगों और व्यवसायों के आगमन से राज्य का राजस्व बढ़ेगा। स्थानीय लोगों के लिए बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर। तकनीकों और टिकाऊ विकास के उपायों को अपनाने का प्रयास।
इस टाउनशिप का दीर्घकालिक लक्ष्य न केवल औद्योगिक क्षेत्र को मजबूत करना है, बल्कि इसे एक ऐसा वाणिज्यिक और शहरी केंद्र बनाना है, जो आधुनिक भारत के आर्थिक और सामाजिक विकास में योगदान दे सके।