Haryana News:हरियाणा के जींद जिले में गुरुवार रात आई तेज आंधी और बारिश ने किसानों को भारी नुकसान पहुंचाया है। अचानक बदले मौसम के कारण खेतों में खड़ी गेहूं और सरसों की फसल बर्बाद हो गई। खासकर 30 से अधिक गांवों में ओलावृष्टि ने फसल को पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया। 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली तेज हवाओं और बारिश ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया।
मौसम ने बदली करवट
गुरुवार शाम करीब 4 बजे मौसम ने अचानक करवट ली और देखते ही देखते तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई। नरवाना क्षेत्र में सबसे पहले बारिश और ओलावृष्टि हुई, जिसके बाद उचाना, जींद और पिल्लूखेड़ा में भी भारी बारिश और ओले गिरे। देर रात तक जारी इस खराब मौसम ने गेहूं और सरसों की फसलों को व्यापक नुकसान पहुंचाया। जिन किसानों ने हाल ही में गेहूं की फसल की सिंचाई की थी, उनकी फसल तेज हवा के कारण पूरी तरह गिर गई, जिससे उनकी उपज प्रभावित हो सकती है।
ओलावृष्टि का प्रभाव
ओलावृष्टि का प्रभाव नरवाना के दातासिंहवाला, उझाना, बेलरखां, भाणा ब्राह्मणान, नेपेवाला, सिंघवाल, खरकभूरा, उचाना, बड़ौदा, घोघड़ियां, कहसून, खटकड़, झांझ, बड़ौदी, अहिरका, मोरखी, लुदाना और मालश्री खेड़ा समेत कई गांवों में देखा गया। इन गांवों में खेतों पर ओलों की सफेद चादर बिछ गई, जिससे किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया।
फसलों का हुआ नुकसान
खासकर सरसों की फसल को बड़ा नुकसान हुआ है, क्योंकि ओलावृष्टि के कारण पौधों से फल झड़ गए हैं। इससे किसानों को भारी आर्थिक क्षति उठानी पड़ेगी। गेहूं की फसल जो अब कटाई के लिए तैयार हो रही थी, वह भी गिरकर खराब हो गई है। किसानों की चिंता बढ़ गई है, क्योंकि फसल खराब होने से उनकी मेहनत और लागत दोनों पर असर पड़ा है। अब वे सरकार से मुआवजे की उम्मीद कर रहे हैं, ताकि उन्हें हुए नुकसान की भरपाई हो सके।