Kanya Sumangala Scheme: कन्या सुमंगला योजना उत्तर प्रदेश सरकार की एक पहल है, जिसका उद्देश्य लड़कियों के विकास और सशक्तिकरण के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना के तहत, उत्तर प्रदेश राज्य की बेटियों को शिक्षा, स्वास्थ्य, और उनके सामाजिक विकास के लिए वित्तीय सहायता दी जाती है।
योजना के मुख्य उद्देश्य:
1. लड़कियों को शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करना।
2. लड़कियों के जन्म से लेकर उनकी शादी तक विभिन्न चरणों में वित्तीय सहायता देना।
3. परिवारों को प्रोत्साहित करना ताकि वे अपनी बेटियों की शिक्षा और स्वास्थ्य पर ध्यान दें।
योजना के लाभ:
लड़कियों के जन्म पर 2000 रुपये।
कक्षा 1 में प्रवेश के समय 1000 रुपये।
कक्षा 6 में प्रवेश पर 2000 रुपये।
कक्षा 9 में प्रवेश पर 3000 रुपये।
कक्षा 11 में प्रवेश पर 5000 रुपये।
विवाह के लिए 20000 रुपये की राशि।
योग्यता:
उत्तर प्रदेश की निवासी लड़की के माता-पिता या कानूनी अभिभावक का भारतीय होना चाहिए।
योजना के लाभ प्राप्त करने के लिए परिवार की वार्षिक आय 2 लाख रुपये से कम होनी चाहिए।
कन्या सुमंगला योजना उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 2020 में शुरू की गई एक सामाजिक सुरक्षा योजना है, जिसका उद्देश्य राज्य की बेटियों को सशक्त बनाना है। इस योजना के तहत लड़कियों को शिक्षा, स्वास्थ्य, और जीवन के विभिन्न पहलुओं में वित्तीय मदद प्रदान की जाती है, ताकि वे समाज में आत्मनिर्भर बन सकें।
योजना की विशेषताएँ:
1. शिक्षा को बढ़ावा: योजना का मुख्य उद्देश्य लड़कियों को उच्च शिक्षा की ओर प्रोत्साहित करना है। इसके लिए कक्षा 1 से लेकर कक्षा 12 तक विभिन्न शिक्षा स्तरों पर सहायता दी जाती है।
2. स्वास्थ्य सहायता: लड़कियों की स्वास्थ्य स्थिति को बेहतर बनाने के लिए आयुष्मान भारत योजना के तहत भी लाभ मिलता है।
3. विवाह सहायता: विवाह के समय भी राज्य सरकार द्वारा एकमुश्त आर्थिक सहायता दी जाती है, ताकि लड़कियों के विवाह के लिए आर्थिक बोझ कम हो सके।
4. लाभार्थी चयन: इस योजना का लाभ उन परिवारों को मिलेगा जिनकी वार्षिक आय 2 लाख रुपये से कम है।
5. आर्थिक सहायता की राशि:
बेटी के जन्म पर ₹2000
कक्षा 1 में प्रवेश के समय ₹1000
कक्षा 6 में प्रवेश के समय ₹2000
कक्षा 9 में प्रवेश के समय ₹3000
कक्षा 11 में प्रवेश के समय ₹5000
विवाह पर ₹20,000 की राशि
योजना के फायदे:
लड़कियों की शिक्षा और उनके जीवन स्तर में सुधार।
परिवारों को वित्तीय सहायता मिलती है, जिससे वे अपनी बेटियों को बेहतर शिक्षा दे सकते हैं।
समाज में महिलाओं के प्रति मानसिकता में बदलाव।
बाल विवाह को रोकने में मदद मिलती है, क्योंकि लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आर्थिक समर्थन मिलता है।