Haryana New Highway:फरीदाबाद और ग्रेटर नोएडा के बीच यातायात को सुगम बनाने के लिए मंझावली पुल को जोड़ने वाली सड़क के निर्माण में आ रही बाधाएं अब दूर हो गई हैं। जिला प्रशासन और किसानों के बीच मुआवजे की दर पर सहमति बन गई है, जिसके तहत 40 किसानों को कुल 25 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।
2014 में हुई थी घोषणा
इस परियोजना की घोषणा 2014 में की गई थी, लेकिन भूमि अधिग्रहण और मुआवजे को लेकर विवादों के कारण काम में देरी हुई। अब, मंझावली पुल को ग्रेटर नोएडा के अट्टा गुजरान गांव से जोड़ने के लिए लगभग एक किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण किया जाएगा, जिससे दोनों शहरों के बीच यात्रा का समय आधे घंटे से भी कम हो जाएगा।
बेहतर कनेक्टिविटी
इस नई सड़क के बनने से फरीदाबाद और ग्रेटर नोएडा के बीच सीधी कनेक्टिविटी स्थापित होगी, जिससे दैनिक यात्रियों, छात्रों, और पेशेवरों को लाभ मिलेगा। इसके अलावा, व्यापारिक और औद्योगिक गतिविधियों में वृद्धि होने की उम्मीद है, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा।
रास्ता होगा छोटा
यह सड़क फरीदाबाद और ग्रेटर नोएडा के बीच यात्रा करने वाले लोगों के लिए एक बड़ा बदलाव लेकर आएगी। अभी तक लोगों को दिल्ली होकर लंबा रास्ता तय करना पड़ता था, जिससे यात्रा में ज्यादा समय और ईंधन खर्च होता था। लेकिन इस नई सड़क के बनते ही फरीदाबाद से ग्रेटर नोएडा की दूरी काफी कम हो जाएगी, और यात्रा का समय 30 मिनट से भी कम रह जाएगा।
छात्रों के लिए: ग्रेटर नोएडा में शारदा यूनिवर्सिटी, गलगोटिया यूनिवर्सिटी, एमिटी यूनिवर्सिटी जैसी प्रमुख शैक्षणिक संस्थान हैं, जहां फरीदाबाद के कई छात्र पढ़ाई के लिए जाते हैं। नई सड़क से उनका सफर आसान होगा।
दिल्ली पैसेंजर को होगा
नौकरीपेशा लोगों के लिए ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र में कई बड़ी कंपनियां, आईटी फर्म और मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स हैं। फरीदाबाद और बल्लभगढ़ से रोजाना काम पर जाने वाले कर्मचारियों को अब लंबी दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी।
इसके अलावा, व्यापार और औद्योगिक गतिविधियों को भी इससे बढ़ावा मिलेगा। दोनों शहरों के बीच परिवहन लागत घटेगी, जिससे बिजनेस के नए अवसर खुलेंगे। आने वाले वर्षों में यह क्षेत्र आर्थिक रूप से और भी विकसित हो सकता है।