UP School Holiday: प्रयागराज में महाकुंभ मेले के चलते जिले में भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है। इसे ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूलों की पढ़ाई 5 फरवरी तक ऑनलाइन कराने के निर्देश दिए हैं। यह निर्णय जिला विद्यालय निरीक्षक के माध्यम से जारी किया गया है।
इस निर्णय का मुख्य उद्देश्य भीड़ को नियंत्रित करना और यातायात व्यवस्था को सुगम बनाना है। स्कूलों में शिक्षकों और अधिकारियों की उपस्थिति अनिवार्य जिला विद्यालय निरीक्षक अवध किशोर सिंह के अनुसार छात्रों के लिए स्कूल बंद रहेंगे।
लेकिन शिक्षकों और कर्मचारियों को स्कूल में उपस्थित रहना होगा। ऑनलाइन पढ़ाई और प्रशासनिक कार्यों में किसी तरह की बाधा न आए, इसके लिए यह निर्देश दिया गया है। वहीं बेसिक शिक्षा अधिकारी अरविंद पाठक ने भी इस आदेश की पुष्टि की है। ऑनलाइन पढ़ाई के लिए जरूरी इंतजाम प्रशासन ने स्कूलों को ऑनलाइन पढ़ाई के लिए जरूरी तकनीकी और अन्य संसाधन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
शिक्षकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि ऑनलाइन कक्षाओं के दौरान छात्रों को किसी तरह की परेशानी न हो। इसके लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है।
प्रैक्टिकल परीक्षा यथावत
महाकुंभ मेले के दौरान भी प्रैक्टिकल परीक्षाएं अपने निर्धारित समय पर ही होंगी। जिला विद्यालय निरीक्षक ने स्पष्ट किया है कि इन परीक्षाओं को स्थगित नहीं किया जाएगा। परीक्षा के लिए छात्रों और उनके अभिभावकों को उचित मार्गदर्शन और जानकारी प्रदान की जाएगी।
अभिभावकों से सहयोग की अपील
प्रशासन ने अभिभावकों से अपील की है कि वे ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान बच्चों का पूरा सहयोग करें। अभिभावकों की जिम्मेदारी है कि वे सुनिश्चित करें कि बच्चे समय पर अपनी कक्षाओं में उपस्थित हों और पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करें।
यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने की योजना
जिलाधिकारी ने यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए यह निर्णय लिया है। महाकुंभ मेले में लाखों श्रद्धालुओं के आने से सड़कों पर भारी भीड़ हो सकती है, जिससे यातायात बाधित हो सकता है। ऐसी स्थिति में स्कूलों को बंद रखना और ऑनलाइन पढ़ाई कराना एक कारगर कदम है।
छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा प्राथमिकता
प्रशासन ने छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया है। महाकुंभ के दौरान सड़कों पर अत्यधिक भीड़ होने से छात्रों और शिक्षकों को स्कूल आने-जाने में परेशानी हो सकती थी। इस स्थिति से बचने के लिए ऑनलाइन पढ़ाई को प्राथमिकता दी गई है।