Income Tax On FD : बैंक में बहुत सारे लोग एफडी स्कीम में निवेश करते हैं। ऐसे में यह खबर बहुत ही महत्वपूर्ण है। खबर के मुताबिक सरकार की तरफ से बजट 2025 में एफडी स्कीम पर मिलने वाले ब्याज को Income Tax पर छूट देने के विचार कर रही है। बता दे कि फिलहाल अभी एफडी स्कीम से होने वाली आय पर इनकम टैक्स देना पड़ता है। जो मध्यम वर्ग के लिए आर्थिक बोझ है, सरकार के तरफ से से करोड़ों लोगों का फायदा होने वाला है।
Income Tax On FD
वर्तमान समय में एफडी स्कीम पर मिलने वाले ब्याज पर टैक्स आयकर स्लैब के अनुसार तय होता है। अगर आप 10 लाख रुपए एफडी स्कीम में निवेश कर रहे हैं, तो 5 साल में 8% की दर से ब्याज मिलता है। आपको कुल मिलाकर ₹400000 ब्याज के रूप में मिल रहा है। मौजूदा व्यवस्था के अनुसार ₹40000 तक टैक्स छूट मिलता है, यानी कि आपकी कल 400000 रुपया ब्याज के रूप में मिलेंगे। मौजूदा व्यवस्था के अनुसार ₹40000 तक की टैक्स छूट मिलती है यानी कि बाकी 3.6 लख रुपए टैक्स देना होगा। यह टेक्स आपकी आयकर स्लैब के अनुसार तय होता है जिससे कि मध्यम वर्ग के भारी नुकसान होता है।
बजट 2025 से है बड़ी उम्मीदें
मोदी सरकार का तीसरा कार्यकाल पहले पूर्ण बजट 2025 में पेश किए जाने वाले हैं। वित्त मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार पता चला है की एफडी स्कीम पर मिलने वाले ब्याज को टैक्स फ्री करने को इसे फ्री करने या फिर लॉन्ग टर्म कैपिटल गैन (Long Term Capital Gain) टैक्स स्लैब में रखने पर विचार किया जा रहा है। अगर ऐसा होता है तो एफडी स्कीम पर धारकों को टैक्स का बोझ आधा हो जाएगा। इसे मध्यम वर्ग के लोगों को सबसे ज्यादा फायदा होगा और सबसे ज्यादा पैसा भी बचेगा और उनकी बचत होगी।
इस प्रकार होगा फायदा
बैंक के सुझाव के अनुसार, अगर कोई भी निवेशक एफडी स्कीम पर पैसे जमा करते हैं और उसे पर से टैक्स हटाया जाता है या लॉन्ग टर्म कैपिटल गैन (Long Term Capital Gain) टैक्स स्लैब में लाया जाता है तो लोगों को बचत की आदतों में सुधार होगा। वर्तमान समय में महंगाई के दौर में जहां बचत पहले से मुश्किल हो चुकी है, यह कदम से लोगों को वित्तीय स्थिरता प्रदान करेगा। इसके साथ ही बैंक के पास ज्यादा फंड जीतेंगे जिससे कि उन्हें लोन वितरण करने में मदद मिलेगा।
आम जनता को उम्मीद, मिलेगी राहत
अगर प्रस्ताव बजट 2025 में पारित हो जाता है, तो मध्यम वर्ग और करदाताओं को बड़ा फायदा होने वाला है। यह न केवल बचत और निवेश की संस्कृति को बढ़ावा देंगे बल्कि लोगों की वित्तीय स्थिति को भी मजबूत करेगा। एफडी स्कीम पर टैक्स छूट से लोगों को सुरक्षित और स्थिर निवेश करने का भी विकल्प मिल जाएगा।