MP News: मध्य प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 1 साल का सफल कार्यकाल पूरा कर लिया है। अब वे एक और बड़ा फैसला लेने जा रहे हैं। जी हां, मध्य प्रदेश में बहुत जल्द नई आबकारी नीति आने वाली है, जिसमें कई बदलाव देखने को मिल सकते हैं। दरअसल, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने संकेत दिए हैं कि अप्रैल महीने में मध्य प्रदेश में नई आबकारी नीति लागू कर दी जाएगी। आबकारी नीति 2025-26 में कई शहरों में शराब की बिक्री पर रोक लगाई जाएगी। वहीं, कुछ और बड़े फैसले लिए जाएंगे।
नई नीति को कब तक मिल सकती है मंजूरी
मध्य प्रदेश जनसंपर्क विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नवभारत टाइम्स डॉट कॉम को बताया कि फरवरी के आखिरी या मार्च की शुरुआत में कैबिनेट नई शराब नीति के प्रस्ताव को मंजूरी दे सकती है। इसके तहत सबसे बड़ी शुरुआत मध्य प्रदेश की आध्यात्मिक और धार्मिक राजधानी उज्जैन से होगी। यहां करीब 20 शराब दुकानें बंद की जाएंगी। उज्जैन समेत 16 धार्मिक शहरों में शराब पर प्रतिबंध रहेगा
उज्जैन के अलावा मध्य प्रदेश के करीब 15 शहरों में शराब की बिक्री बंद रहेगी। आबकारी विभाग ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए नई नीति के मसौदे में यह प्रावधान किया है। यह मसौदा मंत्रिपरिषद की समिति को भेजा गया था, जिस पर सरकार ने विचार-विमर्श किया है। मध्य प्रदेश के वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने संकेत दिए हैं कि कई शहरों में शराब बंदी लागू की जाएगी, वहीं कुछ बड़े शहरों में मिनी बार के विकल्प पर विचार किया जा रहा है। ये मिनी बार जैसे होंगे।
क्यों की जा रही है शराब बंदी?
मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार शराब की बिक्री को हतोत्साहित करना चाहती है, ताकि नागरिक इसके दुष्प्रभावों से बच सकें। वहीं, नई नीति में करीब 20% की बढ़ोतरी के साथ 25 फीसदी पुरानी शराब दुकानों के ठेके रिन्यू किए जा सकेंगे। हालांकि, आबकारी विभाग ने कुछ जगहों पर दुकान बंद करने और कुछ जगहों पर नई दुकान शुरू करने का भी प्रावधान किया है। लेकिन कुल मिलाकर सरकार प्रदेश के अधिकांश शहरों में शराब की दुकानें बंद करके शराब की बिक्री को हतोत्साहित करने की दिशा में आगे बढ़ रही है।
शराबबंदी को लेकर सीएम ने क्या कहा
आपको बता दें कि हाल ही में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन में बयान देते हुए कहा है कि सरकार धार्मिक शहरों में शराबबंदी को लेकर आगे बढ़ रही है। नए वित्तीय वर्ष में इसे लागू किया जा सकता है। चित्रकूट, उज्जैन, ओंकारेश्वर, अमरकंटक जैसे कई शहरों में शराब की दुकानें बंद की जाएंगी। कई शहरों की शराब की दुकानें हटाकर उन्हें शहर की सीमा से दूर स्थापित किया जाएगा।