Income Tax On FD : अगर आप भी भारतीय हैं तो आपको बता दें कि मोदी सरकार ने अपने तीसरे चरण का पहला पूर्ण बजट प्रस्तुत करने की स्कीम बनाए हैं। बता दें कि यह 1 फरवरी 2025 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सदन में पेश करने जा रहे हैं। वहीं इससे फिक्स्ड डिपॉजिट लेने वालों को बहुत राहत मिल सकता है। बता दें कि लोग इनकम टैक्स से बड़ी बचत कर सकते हैं। वैसे भी इस बजट को काफी राहत देने की उम्मीद है।
वही इस बजट में खासकर मिडिल क्लास के लिए कई निर्णय होने की संभावनाएं जताए जा रहे हैं। आईए जानते हैं पूरी जानकारी विस्तार से।
Income Tax On FD : फिक्स्ड डिपॉजिट के अनुसार इनकम टैक्स
बता दे की लोग फिक्स डिपाजिट कर के भविष्य में अच्छा बैंक बैलेंस बनाते हैं। वही टैक्सपेयर्स को फिलहाल इनकम टैक्स पर फिक्स्ड डिपॉजिट इंटरेस्ट देना पड़ता है। ऐसे में यह व्यक्ति के स्लैब पर निर्भर करते है। वही फिक्स डिपाजिट ब्याज पर आयकर केवल तय स्लैब से लिए जाते हैं।
Income Tax On FD : बैंकों ने किए बड़ी मांग
बता दे की 1 फरवरी 2025 में सदन में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा बजट पेश किए जाएंगे। वहीं इससे पहले बैंकों ने वित्त मंत्रालय से बहुत कुछ मांग किए थे और बैंकों ने अनुरोध भी किए थे की फिक्स डिपॉजिट इनकम टैक्स को हटा दिए जाएं।
वहीं वित्त मंत्रालय बैंकों की इस सलाह को माल लेंगे तो लोगों को बहुत लाभ होने वाला है बता देंगे फिक्स डिपाजिट में निवेश बढ़ेंगे। जिससे फिक्स डिपाजिट निवेशकों को सीधा फायदा मिल जाएगा।
बचत बढ़ाने की किए मांग
बता दे की वर्तमान समय में भर्ती महंगाई में लोगों की बचत कम होते जा रहे हैं। ऐसे में बजट से पहले बैंकों ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ एक बैठक में फिक्स डिपॉजिट पर कर छूट का प्रस्ताव दिए हैं। जिससे लोगों की बचत बढ़ेंगे।
बैंकों को भी मिलेगा फायदा
बता दे की फिक्स डिपाजिट के ब्याज से आयकर छूट देने से बैंकों में फिक्स डिपाजिट करने वालों की संख्या भी बढ़ेंगे। जिसे कुछ समय पहले बैंकों को लोन बांटने के लिए फंड की कमी हुए थे। वहीं बैंकों को भी प्रत्यक्ष लाभ होगा अगर सरकार लोगों को फिक्स डिपाजिट ब्याज दरों पर छूट देकर प्रोत्साहित करते हैं।
इन क्षेत्रों में भी दिए गए हैं बड़े सुझाव
बता दे की राधिका गुप्ता सीईओ और एडलवाईस म्युचुअल फंड की प्रबंध निदेशक ने बजट से पहले हुए महत्वपूर्ण बैठक में पूंजी बाजार की क्षमता में सुधार और समावेश को बढ़ाने के सुझाव भी दिए। वही बॉन्ड और इक्विटी शेयरों को प्रोत्साहन देने की बात उन्होंने कहें। वहीं वित्त सचिव, दीपक सचिव, आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव और मुख्य आर्थिक सलाहकार भी बैठक में उपस्थित थे।
फिक्स्ड डिपॉजिट पर ऐसे आयकर सुझाव
बता देंगे फिक्स डिपॉजिट पर आयकर को लेकर बैंक अधिकारियों ने लांग टर्म कैपिटल गैन को टैक् स स्लैब से जोड़ने की सलाह दिए हैं। वहीं वर्तमान में इनकम टैक्स स्लैब से आय पर कर लगाया जाता है। वही लोग इसलिए कम टैक्स वाले विकल्पों में निवेश करते हैं।
आधे से अधिक पैसे बचेंगे
बता दें कि यदि आपने 5 वर्ष के लिए 10 लाख रुपए की फिक्स्ड डिपॉजिट आयकर दर कराए हैं और 8% ब्याज मिलेगा तो आपको ₹400000 का ब्याज मिलेगा। वहीं 40 हजार रुपए पर आयकर नहीं लगते वही 3लाख 60 हजार रुपए शेष राशि पर टैक्स कटेंगे।
बता देंगे मौजूदा समय में मान लो की आप 30% टैक्स टैक्स स्लैब में है तो आपको एक लाख 8 हजार रुपए का टैक्स देने होंगे। वही साथ ही लॉन्ग टाइम कैपिटल गेन को 12.5% का टैक्स देने होंगे मतलब आपको 45000 रुपए देने होंगे और सीधे करीब ₹6000 बचेंगे। वहीं इससे आपके आधे से अधिक पैसे बचेंगे।