Haryana News: हरियाणा सरकार ने स्वतंत्रता सेनानियों और उनके परिवारों के लिए बहुत ही बडा फैसला लिया है। इस फैसले के बाद स्वतंत्रता सेनानियों और उनकी धर्मपत्नियों की मृत्यु के बाद, उनकी बेरोजगार विधवा और तलाकशुदा बेटियों को भी राज्य सम्मान पेंशन का लाभ मिलेगा। इस योजना के तहत यह सुनिश्चित किया गया है कि लाभार्थी महिलाओं की कोई अन्य आय का स्रोत न हो।
इसके अतिरिक्त, राज्यपाल ने घोषणा की है कि हरियाणा के अनुसूचित जाति के छात्रों को, जो देश के किसी भी सरकारी कॉलेज से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं, पूरी छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी। वहीं, पिछड़े वर्ग के छात्रों को अधिकतम ₹20,000 (₹10,000 ट्यूशन शुल्क और ₹10,000 विकास शुल्क) की छात्रवृत्ति दी जाएगी। ये योजनाएँ समाज के आर्थिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़े वर्गों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से बनाई गई हैं।
मुख्य सचिव कार्यालय के सामान्य प्रशासन विभाग ने सभी संभागीय आयुक्तों, उपायुक्तों और उप-मंडल अधिकारियों को एक परिपत्र जारी किया है। यह सर्कुलर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के निर्देश पर तैयार किया गया है। इस परिपत्र के माध्यम से स्वतंत्रता सेनानियों के आश्रितों को पेंशन संबंधी संशोधित दिशानिर्देशों के बारे में जानकारी दी गई है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि लाभार्थियों को समय पर लाभ मिले।
इसके अलावा, उत्तर पश्चिम रेलवे के 50,000 से अधिक पेंशनभोगियों को भारतीय स्टेट बैंक के माध्यम से पेंशन भुगतान की प्रक्रिया को और सुविधाजनक बनाने के लिए एक अभियान शुरू किया गया है। यह अभियान रेलवे के अधिकार क्षेत्र में आने वाले बैंकों की शाखाओं में भी संचालित किया जाएगा। यह सेवा 800 शहरों में उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे पेंशनभोगियों को सहूलियत और बेहतर सेवाएं सुनिश्चित की जा सकें।
यदि एक स्वतंत्रता सेनानी के परिवार में एक से अधिक पात्र बच्चे हैं, तो पेंशन का वितरण आनुपातिक हिस्से में किया जाएगा। इस कदम का उद्देश्य स्वतंत्रता सेनानियों के आश्रितों की आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करना और उन्हें समाज में सम्मानजनक जीवन प्रदान करना है।