Haryana News:हरियाणा में मौसम ने करवट ले ली है, क्योंकि पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है। इसके प्रभाव से राज्य में बादलवाई के साथ-साथ तेज हवाएं चल रही हैं और हल्की से मध्यम बारिश के आसार बने हुए हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, 27 फरवरी की रात से लेकर 1 मार्च तक राज्य के विभिन्न हिस्सों में बारिश हो सकती है। विभाग ने पानीपत, करनाल, यमुनानगर, सोनीपत, जींद, कैथल, कुरुक्षेत्र, अंबाला और पंचकूला में बारिश की संभावना को लेकर अलर्ट जारी किया है।
मौसम वैज्ञानिकों का सुझाव
मौसम विज्ञानियों के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से हवाओं की गति 30 से 40 किलोमीटर प्रतिघंटा तक पहुंच सकती है। इस दौरान बादलवाई के साथ मध्यम गति से हवाएं चलने और गरज-चमक के साथ कहीं-कहीं बूंदाबांदी या हल्की वर्षा होने की संभावना है। इससे दिन और रात के तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है, जिससे ठंडक का अहसास बढ़ेगा।
गेहूं और सरसों के लिए होगा फायदेमंद
फरवरी के अंतिम सप्ताह में मौसम का यह बदलाव रबी फसलों के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। गेहूं, सरसों और अन्य फसलों के लिए हल्की बारिश फायदेमंद हो सकती है, लेकिन तेज हवाएं और अधिक बारिश फसलों को नुकसान भी पहुंचा सकती हैं। किसानों को सलाह दी गई है कि वे मौसम के पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए अपनी कृषि गतिविधियों की योजना बनाएं।
यातायात होगा प्रभावित
इसके अलावा, बारिश और हवाओं की वजह से सड़कों पर फिसलन बढ़ सकती है, जिससे यातायात प्रभावित हो सकता है। आमजन को सलाह दी गई है कि वे सतर्क रहें और अनावश्यक यात्रा से बचें। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अगर पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता अधिक रहती है, तो बारिश की अवधि बढ़ सकती है। अगले कुछ दिनों में मौसम के और अपडेट के लिए लोगों को मौसम विभाग की सूचनाओं पर नजर बनाए रखनी चाहिए।