Loan News : अगर आप भी बैंक से लोन लिए हुए हैं और बैंक का लोन समय से पहले बंद करवाने का प्लान बना रहे हैं तो अब आप सभी लोगों को समय से पहले लोन बंद करने पर बहुत ही बड़ी राहत मिलेगी। क्योंकि आरबीआई ने इन ग्राहकों के लिए बहुत ही बड़ी तैयारी किए हैं। ऐसे में आईए जानते हैं नीचे की लेख में पूरी जानकारी विस्तार से।
Loan News : समय से पहले लोन बंद करवाने वालों ग्राहकों को आरबीआई ने दिए बड़ा तोहफा
आप सभी को बता दे की समय से पहले लोन बंद करवाने वाले ग्राहकों को भारतीय रिजर्व बैंक बड़ा तोहफा दे दिए हैं। व्यक्तियों को सूक्ष्म एवं लघु उद्योग के बिजनेस लोन पर लगाए जाने वाले प्रि – पेमेंट चार्ज को घटाने का प्रस्ताव रखे हैं।
वहीं आरबीआई के ड्राफ्ट सर्कुलर में कह गए हैं कि टियर-1 और टियर -2 सहकारी बैंकों और शुरुआती स्तर के एनबीएफसी के अलावा उसके दायरे में आने वाले इकाइयां लोगों और एमएसई कर्जदारों और व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए लिए गए फ्लोटिंग रेट लोन के प्री- पेमेंट पर कोई शुल्क/ जुर्माना नहीं लगाएंगे।
Loan News : ये निर्देश प्रति कर्जदार 7.50 करोड रुपए की कुल स्वीकृत सीमा तक होंगे लागू
बता दे की मझोले उद्यमों के मामले में ये निर्देश प्रति कर्जदार 7.50 करोड रुपए की कुल स्वीकृत सीमा तक लागू होंगे। वही बता दें कि मौजूदा मानदंडों के अनुसार विनियमित संस्थाओं की कुछ श्रेणियां को पर्सनल कर्जदारों द्वारा व्यवसाय के अलावा अन्य उद्देश्यों के लिए स्वीकृत फलोटिंग रेट टेन्योर लोन पर प्री – पेमेंट चार्ज लगाने की अनुमति नहीं है।
बैंक लोन और बैंक जमा में गिरावट
आप सभी लोगों को बता दें कि इसी बीच आरबीआई ने अपने शब्दों में बतलाएं की बैंक लोन और बैंक जमा में अक्टूबर- दिसंबर के दौरान तिमाही आधार पर गिरावट देखने को मिले हैं। वहीं सालाना बैंक लोन वृद्धि सितंबर 2024 तिमाही में 12.6 प्रतिशत से घटकर दिसंबर 2024 तिमाही में 11.8% हो गए हैं।
वहीं इसी तरह जमाव वृद्धि 11.7% के मुकाबले घटकर 11% रहे वही टोटल लोन में प्रमुख हिस्सा रहने वाले व्यक्तिगत ऋण की सालाना वृद्धि 13.7% रहे।
बिजनेस लोन में हुआ बढ़ोतरी
आप सभी को बता दें की दूसरी और व्यापार, वित्त और पेशेवर/ अन्य सेवाओं के लिए बैंक ऋण 2024- 2025 की तीसरी तिमाही में तेजी से बढा है। जबकि इससे पिछली तिमाही में यह 0.3% की दर से बढा था। वही आरबीआई ने काहे की बैंक ने ऋण राशि के आधे से अधिक पर 8% से 10% तक ब्याज दर लगाए हैं।
ऐसे में लगभग 16% री 8% से कम ब्याज दर पर थे। वहीं बाकी रेल 10% या उससे अधिक ब्याज दर पर दिए गए।