MP News: मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं-12वीं के छात्रों के लिए यह जरूरी खबर है। कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं 27 फरवरी से 21 मार्च तक और 12वीं की परीक्षाएं 25 फरवरी से 25 मार्च तक चलेंगी। इसमें 19 मार्च को होने वाला कक्षा 10 का विज्ञान विषय का पेपर अब शुक्रवार 21 मार्च को होगा और कक्षा 12 की एनएसक्यूएफ और शारीरिक शिक्षा के सभी विषयों की परीक्षा 19 की जगह 21 मार्च 2025 को होगी।
इन परीक्षाओं में करीब 16.60 लाख छात्र-छात्राएं शामिल होंगे। इसमें कक्षा 10वीं में 9.53 लाख और कक्षा 12वीं में 7.06 लाख परीक्षार्थी शामिल होंगे। खास बात यह है कि इस बार सीएम राइज स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाने का फैसला किया गया है। आज सोमवार 17 फरवरी से बोर्ड के अधिकारी प्रत्येक केंद्र पर सीसीटीवी समेत अन्य व्यवस्थाओं का निरीक्षण करेंगे। परीक्षा केंद्रों पर पानी, बिजली, फर्नीचर समेत अन्य जरूरी सुविधाओं की जांच की जाएगी। इस बार नकल, कॉपी जांच और परीक्षा के नियम सख्त रहने वाले हैं।
परीक्षा केंद्रों पर ऐसी होगी पूरी व्यवस्था
इस साल प्रदेश में 3887 परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे। परीक्षा में नकल रोकने के लिए प्रदेश के 11 जिलों के 222 संवेदनशील और 340 अति संवेदनशील केंद्रों पर जैमर लगाए जाएंगे।
इसमें 562 केंद्र संवेदनशील और अति संवेदनशील केंद्र होंगे। इसमें ग्वालियर, भोपाल, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन और मुरैना के संवेदनशील और अति संवेदनशील केंद्र शामिल हैं।
परीक्षा के दौरान माशिमं की उड़नदस्ता टीमों के अलावा संयुक्त संचालक (जेडी) और डीईओ की पांच-पांच टीमें निरीक्षण करेंगी।
परीक्षा केदौरान कोई भी शिक्षक और केंद्राध्यक्ष केंद्र के अंदर मोबाइल नहीं ले जा सकेंगे, केंद्र के अंदर मोबाइल ले जाने पर जुर्माना लगाया जाएगा।
सरकारी स्कूलों में बनाए गए परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। मोबाइल के साथ ही सभी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस प्रतिबंधित रहेंगी।
परीक्षा के दौरान मॉनिटरिंग ऑनलाइन की जाएगी, जिसके लिए मंडल में कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। प्रत्येक जिले के लिए एक प्रभारी नियुक्त किया गया है, ताकि सभी अपने-अपने जिले के परीक्षा केंद्रों पर नजर रख सकें।
माध्यमिक शिक्षा मंडल ने इस बार सप्लीमेंट्री कॉपी की व्यवस्था खत्म कर दी है, यानी छात्रों को सप्लीमेंट्री कॉपी नहीं मिलेगी। प्रश्नपत्र मुख्य उत्तर पुस्तिका में ही हल करना होगा। यह उत्तर पुस्तिका 32 पेज की होगी।
उत्तर पुस्तिका के पहले पेज पर बार कोड होगा। इस बार प्रश्नपत्र लाने से लेकर उत्तर पुस्तिका जमा करने तक की जिम्मेदारी अलग-अलग अधिकारियों को सौंपी गई है।
केंद्राध्यक्ष और सहायक केंद्राध्यक्षों को यह जिम्मेदारी दी गई है। कलेक्टर प्रतिनिधि और पर्यवेक्षकों द्वारा भी मॉनिटरिंग की जाएगी।
किसी भी तरह की अनियमितता होने पर पुलिस द्वारा आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के खिलाफ परीक्षा अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज करने का प्रावधान है।