Haryana News:सोनीपत और दिल्ली के बीच मेट्रो कनेक्टिविटी को बढ़ाने का कार्य तेजी से प्रगति कर रहा है, जिसे 2028 से पहले पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इस परियोजना से लाखों यात्रियों को लाभ मिलेगा, जो दैनिक आवागमन के लिए इस मार्ग का उपयोग करते हैं। कुंडली और नाथूपुर में नए मेट्रो स्टेशनों के निर्माण से क्षेत्र की कनेक्टिविटी में सुधार होगा और यात्रियों को एक सुगम व पर्यावरण के अनुकूल यात्रा विकल्प मिलेगा।
बनेंगे 21 स्टेशन
यह मेट्रो कॉरिडोर 26.5 किलोमीटर लंबा होगा और इसमें 21 स्टेशन होंगे। नई मेट्रो लाइन रिठाला से शुरू होकर नाथूपुर तक जाएगी, जिससे रोहिणी, बवाना, नरेला जैसे प्रमुख क्षेत्रों को लाभ मिलेगा। इस परियोजना की कुल लागत 6,230 करोड़ रुपये अनुमानित है, जिसमें से 5,685.22 करोड़ रुपये दिल्ली खंड के लिए और 545.77 करोड़ रुपये हरियाणा खंड के लिए आवंटित किए गए हैं। राज्य सरकार इस लागत का 80% वहन करेगी, जबकि केंद्र सरकार 20% योगदान देगी।
तेजी से चल रहा कार्य
मेट्रो परियोजना के तहत भूमि अधिग्रहण, सड़क निर्माण और बिजली के खंभों को हटाने जैसे कार्यों पर भी तेजी से काम किया जा रहा है। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (हुडा) और डीएमआरसी के अधिकारी इस प्रोजेक्ट की प्रगति पर लगातार नजर रख रहे हैं। इसके पूरा होने से न केवल यात्रा सुविधाजनक होगी बल्कि क्षेत्र में व्यापार और आवासीय विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।
प्रदूषण होगा कम
यह परियोजना ट्रैफिक जाम और प्रदूषण को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी, जिससे यात्रियों को अधिक स्वच्छ और कुशल परिवहन साधन मिलेगा। इस मेट्रो परियोजना के पूरा हो जाने से दिल्ली और सोनीपत के बीच आवागमन आसान हो जाएगा। इसके इस मेट्रो के चलने से प्रतिदिन आने जाने वाले व्यक्तियों के लिए काफी आसानी हो जाएगी। इसके साथ ही मेट्रो बनने से लोगों को रोजगार के साधन उपलब्ध होंगे। मेट्रो की बनने से दिल्ली के साथ-साथ आसपास के शहरों से भी कनेक्टिविटी बेहतर बनेगी।