500 Rupees Note : जैसा कि आप सभी लोग जानते ही होंगे कि टाटा कंपनी के अध्यक्ष रतन टाटा थे बता दें कि रतन टाटा भारत देश के सबसे बड़े उद्योगपति थे लेकिन जब से टाटा कंपनी के अध्यक्ष रतन टाटा की मृत्यु हुई है। तब से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक बहुत ही बड़ी खबर वायरल हो रहा है कि ₹500 नोट पर से महात्मा गांधी की तस्वीर को हटाकर टाटा कंपनी, एवं टाटा कंपनी के चेयरमैन रतन टाटा की तस्वीर ₹500 के नोट पर छापा जाएगा।
और दावा भी किया जा रहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया (RBI) के द्वारा यह नोट आने वाले वर्ष 2025 में मार्केट में लाया जाएगा। बता दें कि यह ध्यान रखना बहुत ही महत्वपूर्ण है कि इन अफवाहों को खारिज कर दिया गया है और ऐसे नोट जारी करने का कोई तथ्यानात्मक आधार नहीं है। क्योंकि ना ही सरकार के द्वारा ₹500 के नोट पर रतन टाटा की तस्वीर को छापने को लेकर कोई ऑफिशल नोटिस जारी हुआ है और ना ही भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया के द्वारा कोई ऑफिशियल जानकारी बताया गया है।
500 Rupees Note : नोट पर टाटा कंपनी के चेयरमैन रतन टाटा की तस्वीर
आपको बता दें कि नकली नोटों पर लाल किले की जगह टाटा कंपनी और रतन टाटा की तस्वीर है मूल रूप से 2 नवंबर 2024 को रघु मूर्ति नामक एक एक यूजर्स द्वारा शेयर किए गए तस्वीर खूब वायरल हुए हैं और फर्जी दावे पूरे इंटरनेट पर फाइल गए हैं। वही जब यह ₹500 के नोट की फर्जी तस्वीर वायरल होने लगी तो यूज़र ने खुद ही एक और पोस्ट की है। और लोगों से अपील किया कि उसके क्रिएटिव काम का उपयोग गलत सूचना फैलाने में ना करें।
500 Rupees Note : यूज़र ने लोगों से किए फर्जी सूचना न फैलने की अपील
यूजर्स ने अपने एक हैंडल पर लिखे किसी ने ट्विटर पर गलत सूचना फैलाने के लिए मेरे क्रिएटिव काम का दुरुपयोग किए हैं। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैं उन किसी भी गलत सूचना का समर्थन या मालिक नहीं हूं। ऐसे में जो उन्होंने मेरे काम के लिए जिम्मेदार ठहराए हैं। मेरे लिए यह महत्वपूर्ण है कि मेरी रचनात्मकता को किसी भी तरह से गलत तरीके से प्रस्तुत नहीं किया जाए।
अन्य यूजर्स ने भी किए हैं ट्वीट
आपको बता दें कि अन्य एक्स यूजर्स ने वायरल दावे के साथ बैंक नोटिस पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखें कि मेरे मित्र @raghunmrthy07 द्वारा किए गए यह क्रिएटिव काम है। और नोटिस के रूप में प्रस्तुत करने का इरादा नहीं है। बता दे कि कृपया गलत सूचना फैलाने से बच्चे हालांकि या कथन दावों का खंडन करने के लिए पर्याप्त है। जांच करने पर कोई भी आसानी से कई कमियों को देख सकते हैं। जो आगे दावा करते हैं की इमेज को डिटेल रूप से बदल दिए गए हैं।
बता दे की टाटा कंपनी के अध्यक्ष रतन टाटा और टाटा कंपनी की तस्वीरों के आसपास के क्षेत्र से लेकर नोटों के निचले बाएं। कोने के पास रघुनमूर्ति 07 के वाटर मार्क तक लगे हुए हैं। जिससे साफ जाहिर होता है कि यह एडिटेड तस्वीर है।