200 Rupees Note : अगर आपके पास में भी ₹200 के नोट उपलब्ध हैं तो आपको बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने ₹200 के नोट को लेकर एक बड़ा अपडेट जारी किए हैं। बता दे कि इससे पहले आरबीआई के द्वारा ₹500 और ₹2000 के नोट को लेकर कई गाइडलाइन जारी किए जा चुके हैं। वहीं अब केंद्रीय बैंक ने 200 रुपए के नोट को लेकर कई बातें बतलाएं हैं। जो हर किसी के लिए जानना बहुत ही जरूरी हो जाता है। आईए जानते हैं आज के इस खबर में ₹200 के नोट को लेकर आरबीआई के द्वारा क्या अपडेट जारी किया गया है।
200 Rupees Note : ₹200 के नोट को लेकर आरबीआई ने जारी किया अपडेट
बता देंगे तेलंगाना के एक जिले में कुछ नकली₹200 के नोट के मामले ने बाजार में हलचल मचा दिए हैं। वहीं इससे लोगों में परेशानी बढ़ रहे हैं वहीं व्यापारियों में भी डर बैठ गए हैं कि ये ₹200 का जाली नोट असली नोट जैसा दिखते हैं और उनको कहीं चुनाव न लग जाए। वही इस नोट को लोगों को पहचानने में मुश्किल हो रहे हैं।
वहीं इससे लेनदेन में सतर्कता बढ़ गई है और लोग अपने पास मौजूद₹200 के नोट को लेकर चिंतित हैं। वही इस घटना ने पूरे देश में नए सवाल उठाए हैं और व्यक्ति अब खुद से यह जचने लगे हैं कि उनके पास कितनी सही ₹200 के नोट हैं। वही इसे देखते हुए आरबीआई ने एक अपडेट जारी करते हुए असली नोटों की पहचान के बारे में विशेष चिन्ह व संकेत बताए हैं।
200 Rupees Note : कुछ वर्षों में ₹200 के नकली नोटों की संख्या में हुई है बढ़ोतरी
बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार कुछ वर्षों में ₹200 की नकली नोटों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। वही 2019- 2020 में इनकी संख्या करीब 31995 थे। जो कि पिछले वर्ष की तुलना में काफी अधिक थे। वहीं 2018- 2019 में यह संख्या लगभग 12785 थे जो 151% की बढ़ोतरी को दर्शाते हैं।
वही इस प्रकार की नकली नोटों में वृद्धि से सरकार और वित्तीय संस्थानों के लिए चुनौती बढ़ गया है और नकली मुद्रा के प्रति लोगों को जागरूक करना जरूरी हो गए हैं।
200 Rupees Note : इसीलिए उठाया गया था नोटबंदी का कदम
बता दे की 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी का एक अहम कदम उठाए गए थे। जिसका उद्देश्य काले धन को नियंत्रित करना और फर्जी मुद्राओं को रोकने थे। हालांकि इसके बाद भी कुछ नई समस्याएं सामने देखने को मिले। वही नई करेंसी को लेकर धोखाधड़ी बढ़ रहे हैं और कई जगहों पर जालिम नोटों की खबरें आ रहे हैं।
ऐसे में ₹500 के बाद अब ₹200 के नोट को लेकर भी लोग धोखाधड़ी का शिकार हो रहे हैं। जिससे लोगों में चिंता और सतर्कता बढ़ गए हैं। वहीं फिर भी नकली नोटों की भरमार होते जा रहे हैं।
यहां से निकलकर आ रहा है ₹200 के नकली नोट है
बता दें कि तेलंगाना के निर्मल जिले में हाल ही में एक नई समस्या सामने आए हैं। ऐसे में यहां ₹200 के कुछ ऐसे नोट मार्केट में बहुत तेजी से फैलता हुआ देखा जा रहा है। जो असली जैसे दिखते हैं लेकिन नकली है। वहीं इससे दुकानदारों और स्थानीय लोगों को परेशानी हो रहे हैं। क्योंकि उन्हें इन नोटों को पहचानने में बेहद मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
वही नकली करेंसी के बढ़ने से व्यापार में रुकावटें देखने को मिल रहे हैं और लोग इससे बचने के लिए ज्यादा सतर्क हो गए हैं। वहीं इसके अलावा कई अन्य राज्यों से भी ₹200 और ₹500 के नकली नोटों के प्रसार की शिकायतें सामने आ रहे हैं।
असली और नकली नोट में फर्क जानना है सबसे ज्यादा जरूरी
बता दे कि आरबीआई ने ₹200 के नोट को पहचानने के लिए कुछ तरीका बताए हैं। जिनकी सहायता से ₹200 के नोट को पहचानने में सहायता मिलेगा। वही आप इन सभी नोटों को आसानी से पहचान सकेंगे तथा असली व नकली में फर्क जान पाएंगे।
कैसे करें असली व नकली नोट की पहचान
- बता दें कि ₹200 के असली नोट में देवनागरी लिपि में ₹200 लिखे होते हैं। जो पहचान में सहायता करते हैं और इसकी सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं।
- वही महात्मा गांधी की तस्वीर नोट के ठीक बीच में स्पष्ट रूप से प्रदर्शित होते हैं। जो इसे असली और पहचानने में सहायता करते हैं।
- वही नोट पर बहुत ही छोटे अक्षरों में RBI,भारत, INDIA और ₹200 को अंकित किए गए हैं। ताकि असली नोटों को अलग पहचाना जा सके।
- वही ₹200 के नोट में एक सुरक्षा धागा उपलब्ध होता है जिसमें भारत और आरबीआई शब्द दिखाई देता है। जो नोट की प्रमाणिकता को दर्शाता है।
- वही नोट के दाहिने हिस्से में अशोक स्तंभ छपा हुआ होता है जो भारतीय प्रतिको बताता है। वहीं इसके अलावा शब्दों में ₹200 उभार के साथ लिखे हुए होते हैं।
आरबीआई ने ₹200 के नोट को लेकर दिए यह सलाह
बता दे कि आरबीआई ने लोगों से अनुरोध किए हैं कि वे वित्तीय लेनदेन के दौरान पुलिस सतर्कता बरतें और किसी भी असली नोट से मिलते जुलते नोट की सही जांच करें। वही नकली नोट मिलने पर तुरंत संबंधित अधिकारियों को सूचना दें। वही यह कदम इस बढ़ते खतरे को रोकने के लिए उठाए गए हैं ताकि कोई भी व्यक्ति धोखाधड़ी का शिकार ना हो सके और अर्थव्यवस्था पर इसका नकारात्मक असर न पड़े।